Jhunjhunu News: बुगाला के कैलाश मीणा का शुरू हुआ इलाज, कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के निर्देश
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Jhunjhunu News: बुगाला के कैलाश मीणा का शुरू हुआ इलाज, कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के निर्देश

Jhunjhunu News: जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के निर्देश पर बुगाला गांव के कैलाश मीणा का इलाज शुरू हो गया है. बीडीके अस्पताल में 1 घंटे में ही उनका दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी बन गया. साथ ही अब उन्हें अन्य सरकारी योजनाओं का भी लाभ दिया जाएगा. 

Jhunjhunu News: बुगाला के कैलाश मीणा का शुरू हुआ इलाज, कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के निर्देश

Rajasthan News: झुंझुनूं जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के निर्देश पर महीनों से इलाज के लिए परेशान हो रहे बुगाला गांव के 57 वर्षीय कैलाश मीणा का ना केवल इलाज शुरू हो गया है, बल्कि सरकारी योजनाओं से भी कैलाश को और उसके परिवार को जोड़ने का काम शुरू हो गया है. कैलाश की पत्नी विमला देवी ने बताया कि इन्हें सिर्फ राशन के गेहूं के अलावा कोई भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है. न अभी तक उज्ज्वला योजना का गैस कनेक्शन दिया गया और ना ही शौचालय का पैसा मिला है, लेकिन अब परिवार को सरकारी मदद की उम्मीद जगी है. 

एक घंटे में बना कैलाश मीणा का दिव्यांगता प्रमाण पत्र
दरअसल, झुंझुनूं कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के सामने प्रकरण आया कि बुगाला का 57 वर्षीय कैलाश काफी महीनों से बीमार है. बीमारी के कारण वह अपना एक पैर और आंखों की रोशनी तक गंवा चुका है.  बावजूद इसके ना तो उसका दिव्यांगता प्रमाण पत्र बना है और ना ही उसका इलाज हो रहा है, जिस पर उन्होंने तुरंत अधिकारियों को निर्देश दिए, जिसके बाद अधिकारी तत्काल कैलाश मीणा को जिला बीडीके अस्पताल लेकर आए. इसके बाद बीडीके अस्पताल में एक घंटे में ही कैलाश मीणा का दिव्यांगता प्रमाण पत्र बन गया. इसके अलावा बीडीके के विशेषज्ञों ने उसका इलाज भी शुरू कर दिया.  

नरेगा में मजदूरी कर घर चलाता था कैलाश 
कैलाश की बेटी ने बताया कि उसे लग रहा है कि अब ना केवल उसके परिवार को सरकारी योजनाओं से सहारा मिलेगा, बल्कि उनके पिता का भी इलाज होगा. आपको बता दें कि कैलाश नरेगा में मजदूरी कर घर चलाता था, लेकिन तीन महीने पहले उसके पैर में अचानक दर्द आया, जिसके बाद उसका पैर कट गया. उसके बाएं पैर में चिकित्सकों ने कैंसर बताया. कैलाश के परिवार में पत्नी विमला देवी के अलावा 6 बेटियां हैं, जिनमें से दो बेटियों की शादी हो चुकी है. एक बेटी सीमा सीकर में नर्सिंग कर रही है. वहीं,  शिवानी एएनएम कर रही है. दो बेटियां मुरारका कॉलेज झुंझुनूं में पढ़ रही हैं. कैलाश के विकलांग हो जाने से परिवार टूट सा गया. 

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