Jhunjhunu News: सोलाना गांव स्थित आईटी सेंटर में समारोह आयोजित कर गांव की बहू सुषमा देवी का पुष्पगुच्छ देकर व शॉल ओढाकर ग्राम पंचायत वासियों द्वारा सम्मानित किया गया. सुषमा ने अपने संबोधन में तुर्की में भूकंप से हुए हालात व अपनी टीम द्वारा बचाई गई लोगों की जान तथा वहां के लोगों के व्यवहार बाबत विस्तार से बताया.
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Jhunjhunu News: सोलाना गांव स्थित आईटी सेंटर में समारोह आयोजित कर गांव की बहू सुषमा देवी का पुष्पगुच्छ देकर व शॉल ओढाकर ग्राम पंचायत वासियों द्वारा सम्मानित किया गया. सुषमा ने अपने संबोधन में तुर्की में भूकंप से हुए हालात व अपनी टीम द्वारा बचाई गई लोगों की जान तथा वहां के लोगों के व्यवहार बाबत विस्तार से बताया.
सुषमा के 18 महीने के दो जुड़वा बच्चे
सुषमा के 18 महीने के दो जुड़वा बच्चे नक्ष और निया हैं . सुषमा ने घर पर अपने ससुर विद्याधर को दोनों बच्चों की देखभाल करने दे दिया और तुर्की के लिए निकल गई. शाम को जब पति ड्यूटी से लौटे तब इसकी जानकारी लगी. इस दौरान वो अपनी पत्नी से नहीं मिल सके और फोन पर ही उसे शुभकामनाएं दी. उसके बाद दोनों बच्चों को सुषमा के पिता रिटायर्ड सैनिक अशोक कुमार और मां नीलम के पास बागपत के बनेली गांव में पहुंचा दिये.
एनडीआरएफ टीम के वापस लौटने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की. इस दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी ने खासकर सुषमा से बातचीत की और उन्हें देश के लिए प्रेरणा बताया. एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने भी सुषमा के साहस की सराहना करते हुए उन्हें गौरवान्वित करने वाली महिला रेस्क्यूजर बताया है.
आपको बता दें कि एनडीआरएफ की टीम में सुषमा तुर्की गई थी. जहां पर भूकंप से प्रभावित कई लोगों की जांच उन्होंने बचाई. वे अपने दो जुड़वा बच्चों को छोड़कर तुर्की गई थी. जिसकी तारीफ खुद प्रधानमंत्री तक कर चुके हैं. इस मौके पर सोलाना के कुल आठ व्याख्याता में से छह का उप प्राचार्य पद पर पदोन्नती होने पर उनका भी माला व पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम में सुनील सरपंच, मोहरसिंह सोलाना, सेठ बजरंगलाल अग्रवाल, बाबूलाल शर्मा प्रधानाचार्य, विद्याधरसिंह, जितेंद्रसिंह आदि ने संबोधित कर सुषमा को बधाई देते हुए युवाओ को प्रेरणा लेकर और अच्छा कार्य कर गांव जिला राज्य व देश का नाम रोशन करने का आह्वान किया.
संचालन संजीव कुमार झाझड़िया ने किया. इस मौके पर भगवानी देवी, विद्याधर, होशियार, करतारसिंह, हरिसिंह, हनुमान, धर्मपाल, खेमचंद, मंजू पंच, प्रियंका पंच, जगदीश पंच, बनवारी धानक, शीशराम सूबेदार, फूलवती, रघुवीर, महेंद्रसिंह राव, परमेश्वर मीणा, अजीत चाहर, कर्मवीर आदि काफी संख्या महिला पुरूष उपस्थित थे.