जोधपुर जिले के बिलाड़ा कस्बे में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में मम्मा की पुण्य स्मृती दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए.
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Bilara: राजस्थान के जोधपुर जिले के बिलाड़ा कस्बे में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में मम्मा की पुण्य स्मृती दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए. दिनभर सत्संग पाठ सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और स्मृति दिवस पर अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे.
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बिलाड़ा थानाप्रभारी बाबूलाल राणा ने कहा कि आज मम्मा के जीवन शैली अपनाने से मनुष्य का जीवन सुधर जाता है और उनके आर्दश को जीवन में अंगीकार करना चाहिए. आज उनके बताए गए मार्ग पर चल पड़े तो हमारा और परिवार का जीवन सुधर जाता है. भारत सहित विदेशों में भी मम्मा को याद करते हैं और आज पुण्य स्मृति दिवस के रूप में मनाया जा रहा है.
नगरपालिका अध्यक्ष रूपसिंह परिहार ने मम्मा को याद करते हुए कहा कि आज उनके आदर्श बहुत महान थे. मीठी वाणी से लोगों को सुधारने का बहुत बड़ा काम किया है. मम्मा ने कई नशा करने वाले को सुधार कर लोगों के परिवारों को बचाया है. अम्मा ने सरल स्वभाव के कारण लोगों को जोड़कर धर्म का संदेश दिया और उनके बताए मार्ग पर चलने से हमारा जीवन सुधर जाता है और उनके बताए प्रवचन अनमोल है.
उनके बताए मार्ग पर चलने पर आदमी सत्य की राह अपनाता है और इस ईश्वरीय संस्थान से जुड़े सभी ब्रह्माकुमार और ब्रह्माकुमारीयों ने बड़े ही उत्साह और उमंग से साथ योग तपस्वीनी मम्मा को याद किया. मम्मा के अतुल्य और अमुल्य तपस्वी और योगी जीवन को याद किया गया. उनके जीवन की मुख्य धारणाएं और प्रेरणा जैसे अन्तर्मुखता, धैयर्ता, मधुरता, हर्षितमुखता, पवित्रता, सन्तुष्टता, सहनशीलता, नम्रर्ता, निर्भयता और गुणग्रहिता जैसी अनमोल प्रेरणा दी और अपने जीवन में हुबहु धारण की है.
इसी उपलक्ष्य में ब्रह्मा भोजन का भी आयोजन किया गया, जिसकी सभी मेहमानों और ब्रह्माकुमार, ब्रह्माकुमारीयों ने आनंद लिया. यह प्रोग्राम संस्थान संचालिका ब्रह्माकुमारी आरती दीदी के सानिध्य में सम्पन्न हुआ. इस अवसर पर अन्य ब्रह्माकुमारीयां छाया दीदी, लता दीदी, ममता दीदी, नीलु बहन, वैष्णवी बहन ने बड़ी मेहनत करके इस मम्मा निमित्त विशेष प्रोग्राम को सफल बनाया है.
इस ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में हर रोज सुबह 8 से 12 बजे और शाम को 5 से 8 बजे तक सहज राजयोग और मेडिटेशन की शिक्षा दी जाती है, जो बिलकुल निशुल्क है. सहज राजयोग और मेडिटेशन में आपको आत्मा का ज्ञान दिया जाता है. आत्मिक शान्ति प्राप्त करने की सहज विधि बताई जाती है. मैं कौन हूं, कहां से आया हूं, क्या करना हैं, कहां जाना है इन बातों का बहुत ही सहज और गहन अध्ययन कराया जाता है. बच्चों की पढ़ाई में एकाग्रता कैसे बढ़ाएं जीवन को नशा मुक्त कैसे बनाया जाए, इन सब बातों का गहन ज्ञान दिया जाता है.
इस प्रकार रहा प्रोग्राम-
1. सुबह 9.00 से 10.00 बजे तक- योग साधना
2. सुबह 10.00 से 11.00 बजे तक- मम्मा के मधुर महावाक्य (मुरली)
3. सुबह 11.00 से 12.00- बह्मा भोजन
4. दोपहर 12.00 के बाद से- ज्ञान चर्चा
Reporter: Arun Harsh
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