गायों में तेजी से फैल रही लंपी बीमारी, पशु चिकित्सालय में डॉक्टर नहीं होने से लोग परेशान
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1287165

गायों में तेजी से फैल रही लंपी बीमारी, पशु चिकित्सालय में डॉक्टर नहीं होने से लोग परेशान

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों लम्पी बीमारी का प्रकोप दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है.

 गायों में तेजी से फैल रही लंपी बीमारी, पशु चिकित्सालय में डॉक्टर नहीं होने से लोग परेशान

जोधपुर: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों लम्पी बीमारी का प्रकोप दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है. अनेक पशु लंपी स्किन संक्रमण के चलते पशुओ की मौत हो गई, ऐसे में पशु चिकित्सको के अधिकतर रिक्त पद होने के कारण देखभाल में उपचार के अभाव में गोवंश का जीवन संकट में आ गया है.

गत कुछ दिनों से पशुपालन रोजाना चिकित्सा विभाग के अधिकारियों व चिकित्सकों को कॉल कर रहे हैं, लेकिन बिलाड़ा शहर सहित गांव में बने पशु चिकित्सालय में अधिकतर पद रिक्त पड़े हैं और तहसील क्षेत्र के गांव में लंपी स्किन डिजीज बीमारी बिजली की तरह पल-पल फैल रही है. कर्मचारियों का टोटा और पशु चिकित्सा विभाग की लापरवाही का खामियाजा आने वाले दिनों में अपने पशुओं को खोकर पशुपालकों को चुकाना पड़ेगा.

यह भी पढ़ें: चोरों ने एक परिवार को बंधक बनाकर बर्बरता से की पिटाई, फिर लूटे नकदी व आभूषण

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, पिचियाक, खारिया मीठापुर, झाक सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में कुछ गायों में लम्पी स्किन बीमारी के लक्षण पाए गए हैं. यह बीमारी अन्य गायों में ना फैले इसको लेकर संक्रमित गोवंश को अलग रखने, साथ ही अलग से चारे पानी की व्यवस्था पशु पालकों और गौशाला संचालकों द्वारा की जा रही है. इस मामले को लेकर खारिया मीठापुर रूप रजत गौशाला में गौशाला संचालकों व गौ भक्तों की बैठ आयोजित हुई जिसमें लंपी स्किन डिजीज बीमारी से अपने पशुओं को बचाने व प्रशासन व सरकार से बीमारी के खात्मे के लिए टीकाकरण की व्यवस्था करने की मांग की.

बैठक को संबोधित करते वह वक्ता सत्यनारायण पारीक ने बताया कि गोशालाओं में शेड एवं बाड़ा दोनों की उचित समय पर निरंतर साफ सफाई करने, कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव कर, मच्छर मक्खी को भगाने, जानवरों को संतुलित आहार खिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं. जहां कहीं भी जानवर इस बीमारी से मर गए हैं वहा मृत जानवरों को गहरा गड्ढा खोदकर नमक का छिड़काव कर वैज्ञानिक विधि से दफनाने को कहा.

संक्रमित पशुओं को अलग रखा जाए

 पूर्व मंत्री अर्जुन लाल गर्ग ने कहा कि पशुओं में फ़ैल रही लम्पी बीमारी को लेकर पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया, कलेक्टर हिमांशु गुप्ता से दूरभाष पर बात कर इस गंभीर बीमारी की रोकथाम के लिए त्वरित कार्रवाई कर समाधान की मांग की है. बरसात के इस मौसम में पशुओं में लम्पी नामक लाइलाज बीमारी कहर बनकर टूट रही है. इससे पशुओं की चमड़ी पर गांठे पड जाती हैं. सूजन आती है और पैरों में पानी का भराव होता है. चमड़ी ख़राब हो जाती है और धीरे धीरे पशुओं की मौत हो जाती है. यह बीमारी ज्यादातर गायों में फ़ैल रही है. अचानक आई बीमारी से विभाग भी पूरी तैयारी में नहीं है. विभाग के पास दवाइयां, इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं. चिकित्सक व कम्पाउण्डर के नब्बे प्रतिशत पद रिक्त हैं.

कुओं पर देशी, गिर व होल्स्टीन जैसी नस्ल की गायें
बिलाड़ा व आसपास के कुओं पर पशुपालको के पास विभिन्न नस्ल की देशी, गिर व होलिस्टन जैसी दुधारु गायें है, इस प्रकार की लगभग 8 हजार से अधिक गायों पर लंपी स्किन रोग का खतरा मंडरा रहा है, किसान लंपी वायरस की चपेट में आई गायों को उचियाड़ा मार्ग पर चल रहे गौशाला चिकित्सालय धाम पर छोड़कर जा रहे हैं, लंबी स्किन वायरस का सबसे ज्यादा असर दुधारू पशुओं पर हो रहा है वायरस होने पर पशुओं के शरीर पर गांठे बनने लगती है उन्हें तेज बुखार आता है साथ ही सिर और गर्दन पर तेज दर्द होता है इस रोग की चपेट में आने से पशुओं के दूध देने की क्षमता बिगड़ जाती है चिकित्सकों के अनुसार यह वायरस मच्छरों व मुख्य वजह से खून चूसने वाले कीड़ों से फैलता है यह संक्रमण दूषित पानी और चारे पशुओं को अपनी चपेट में ले लेता है उपाय के तौर पर किसी की पशु को बीमारी लक्षण दिखे तो गाय व अन्य पशुओं से अलग कर दें किसी अन्य पशुओं उसके साथ झूठा पानी व चारा न खिलाएं साथ ही पशुओं को रखने की जगह के लिए साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था करें

अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

Trending news