प्रशासनिक व्यवस्था दिखी सुस्त तो सामाजिक संस्थाओं ने उठाया लंपी वायरस से लड़ने का बीड़ा
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1289760

प्रशासनिक व्यवस्था दिखी सुस्त तो सामाजिक संस्थाओं ने उठाया लंपी वायरस से लड़ने का बीड़ा

लंपी डिजीज के कारण गायों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिसके चलते अब विश्व हिंदू परिषद के गोसेवा विभाग के कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर गोवंश की सेवा कर रहे हैं.

प्रशासनिक व्यवस्था दिखी सुस्त तो सामाजिक संस्थाओं ने उठाया लंपी वायरस से लड़ने का बीड़ा

Luni: जोधपुर सहित पश्चिमी राजस्थान में इन दिनों लंपी स्किन डिजीज ने प्रशासन की नींद उड़ा दी रखी है. इसी बीमारी की वजह से गायें मौत के मुंह में समा रही हैं. वहीं गोधन को समुचित इलाज ना मिलने से पशुपालकों की चिंताएं भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं. हालांकि जिला प्रशासन टीमें बना कर लंपी की रोकथाम की जुगत में जुटा है, लेकिन अभी तक कोई खास कामयाबी हाथ नहीं लगी है, इसी के चलते अब  विश्व हिंदू परिषद ने गोवंशों के इलाज का बीड़ा उठाया है.

पिछले कुछ दिनों से लंपी स्किन डिजीज ने प्रशासन को पस्त कर रखा है. तमाम कोशिशों के बावजूद प्रशासन लंपी के संक्रमण को रोकने में नाकाम रहा है. हालांकि जिला कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलों में पशु चिकित्सकों और अधिकारियों की टीमें गठित की गई हैं. जो बीमारी पर नियंत्रित करने पर विशेष ध्यान दे रही हैं. संक्रमित गोवंशों को अलग रखा जाने लगा है और गोशालाओं में हाईप्रो क्लोराइड का छिड़काव किया जा रहा हैं, बावजूद इसके गोवंशों में संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है.

ऐसे में प्रदेश कई स्वयं सेवी संगठन, पर्यावरण-प्रेमी, कामधेनु सेना, गोरक्षक दल और विश्व हिंदू परिषद ने भी गोवंश को बचाने का जिम्मा अपने हाथ में लिया है. विहिप (विश्व हिंदू परिषद) के गोसेवा विभाग के कार्यकर्ता गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में गोवंश को बचाने के लिए गोसेवा कर रहे हैं.

जोधपुर विहिप के विभाग महामंत्री पंडित राजेश दवे ने बताया, ''गोसेवा प्रमुख कृष्ण वैष्णव, प्रांत सेवा प्रमुख अनिल अग्रवाल, पुरुषोत्तम बंसल, महेंद्र सिंह गहलोत और पशु चिकित्सकों के परामर्श से दल गठित कर कार्यकर्ताओं को संक्रमित गोवंशों के बचाव में लगाया गया है. साथ ही वह स्वयं भी विशेष प्रकार का आयुर्वेदिक औषधीय युक्त घोल बना कर पशुधन पर छिड़काव कर रहे हैं. विशेष प्रकार के लड्डू बनाकर गोवंशों को सुबह-शाम खिलाने की सलाह दे रहे हैं, जिससे गोवंश को बचाया जा सके.

बता दें कि, लंपी स्किन डिजीज गोवंश में इन दिनों बहुत तेजी से फैल रही है. यह बीमारी खास तौर से दुधारू और गर्भवती गायों में फैल रही है. जिसके चलते आमजन को खतरा सता रहा है. इसी के चलते प्रशासन और आमजन भी फिक्रमंद नजर आ रहे हैं.

ये भी पढ़ें- प्रदर्शन में कांग्रेस के पूर्व विधायक सैनी की खुली पोल, नेताओं को नहीं कर पाए एकजुट

 

अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

Trending news