राजे का गहलोत पर तीखा हमला, कांग्रेस और करप्शन एक..सभी एक होकर सरकार को उखाड़ फेंके
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राजे का गहलोत पर तीखा हमला, कांग्रेस और करप्शन एक..सभी एक होकर सरकार को उखाड़ फेंके

 अब तक कथित तौर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलीभगत को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोल होने वाली पूर्व मुख्यमन्त्री और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर जोधपुर की धरती से तीखा हमला बोला.

राजे का गहलोत पर तीखा हमला, कांग्रेस और करप्शन एक..सभी एक होकर सरकार को उखाड़ फेंके

जोधपुर: अब तक कथित तौर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलीभगत को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोल होने वाली पूर्व मुख्यमन्त्री और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर जोधपुर की धरती से तीखा हमला बोला. राजे ने सीधे तौर पर गहलोत सरकार को रावणमुखी बता दिया.

जोधपुर में दशहरा मैदान पर हुए बीजेपी के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि रावण चबूतरे से निकलते वक्त सभी कार्यकर्ताओं को एक संकल्प लेना चाहिए कि वे रावणमुखी गहलोत को उखाड़ फेंकने के लिए पूरे दमखम से काम करेंगे. राजे ने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि सभी को मिलकर एकमुखी होकर लड़ना होगा तब प्रदेश में बीजेपी का राज आएगा.

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योजनाओं को बदलने वाले को बदलने का आह्वान 

वसुंधरा राजे ने अपने सम्बोधन में राजस्थान की गहलोत सरकार के साथ ही मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी की सरकार ने भामाशाह योजना शुरू कर लोगों को मुफ्त इलाज की सहूलियत दी लेकिन सरकार ने योजना में खलल डाला. राजे ने अन्नपूर्ण योजना का ज़िक्र करते हुए कहा कि अन्नपूर्ण के जरिये सस्ता नाश्ता और भोजन देने की योजना का नाम भी बदलकर इन्दिरा गांधी के नाम पर कर दिया. राजे ने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि जिस सरकार ने हमारी अच्छी योजनाएं बंद कर दी और उन्हें बदल दिया अब उन लोगों को बदलने के लिए हम सबको मिलकर काम करना है.

जो मुख्यमंत्री घर से बाहर नहीं निकला वो क्या कल्याण करेगा?

वसुंधरा राजे ने मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत के गृह ज़िले जोधपुर की धरती से गहलोत पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कोविड काल का ज़िक्र करते हुए कहा कहा, कि जो मुख्यमन्त्री खुद दो साल से अपने घर से बाहर निकला ही नहीं वह हमारे राज्य का क्या भला करेगा?

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राजे ने चेताया - लड़ाई में सामने वाले को कमज़ोर नहीं समझना चाहिए

पूर्व मुख्यमन्त्री वसुंधरा राजे ने सीएम गहलोत और उनकी सरकार को आड़े हाथ लिया. पार्टी कार्यकर्ताओं को भी चेता दिया. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई बड़ी है और किसी भी लड़ाई में सामने वाले को कमज़ोर नहीं समझना चाहिए. राजे ने कहा कि ऐसा मत सोचो कि हम घर बैठकर काम चला लेंगे. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि लोगों के घरों तक पहुंचना होगा. राजे ने इशारों ही इशारों में नेताओं को भी चेताते हुए कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेन्स से बाहर निकल कर जनता के बीच जाना होगा.

एकजुट होकर कमल खिलाना होगा

राजे ने बूथ अध्यक्षों और कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण कड़ी बताया. उन्होंने कहा कि पहले भी हमने एकमुखी होकर काम किया है और अबकी बार फिर से सभी को एकजुट होकर राजस्थान में बीजेपी का कमल खिलाने के लिए काम करना होगा. राजे ने मंच पर मौजूद वरिष्ठ नेताओं को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आगे भी सब लोग मिलकर काम करेंगे. अपने भाषण के आखिर में राजे ने भारत माता के जयघोष के साथ ही 'जय-जय राजस्थान' का नारा भी कार्यकर्ताओं से लगवाया.

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