Astrology : मंगल ग्रह की कुंडली में स्थिति जातक के व्यक्तित्व के गुण . करियर और पूरे जीवन के बारे में बताने के लिए महत्वपूर्ण है. जुलाई में पहले दिन कल ही यानि की एक जुलाई को सुबह 01 बजकर 52 मिनट पर मंगल गोचर कर सिंह राशि में चले जाएंगे और 18 अगस्त 2023 तक वहीं रहेगें. इसके बाद मंगल का गोचर कन्या राशि में होना है.
वैदिक ज्योतिष (Astrology ) के अनुसार नौ ग्रहों का राजकुमार मंगल जल्द ही सिंह राशि में गोचर करेगा, जिससे तीन बेहद शुभ योग बनेंगे. ये तीन योग हैं नीचभंग, मत्स्य और विष्णु योग. तीन राशियों को करियर में विशेष लाभ होगा और आगे बढ़ने के कई मौके मिलेंगे. Rashifal Today : आज बन रहा सर्वार्थ सिद्धि योग, इन 6 राशियों का शानदार रहेगा दिन
मिथुन राशि के जातकों के लिए, सिंह राशि में मंगल के इस गोचर के दौरान, मंगल, जो छठे घर के स्वामी है, 1 जुलाई को तीसरे घर में गोचर करेगे. साहस और वीरता से जुड़ा तीसरा घर, धन निवेश में वृद्धि का गवाह बनेगा और अचल संपत्ति संपत्तियों में लाभ की आशा होगा. शत्रु शक्तिहीन हो जाने से विजय सुनिश्चित होगी. कार्यस्थल पर पहचान और प्रशंसा से व्यक्ति की प्रतिष्ठा बढ़ेगी. सरकारी नौकरी की तैयारी करने वालों को लाभ होगा और अधिकारियों का सहयोग मिलेगा.
मंगल, पांचवें और बारहवें घर के स्वामी के रूप में, धनु राशि के जातकों के लिए भाग्य के घर में गोचर कर रहा है. पंचम भाव में स्थित मंगल अपनी चौथी दृष्टि से बारहवें भाव को प्रभावित करता है, जबकि उसकी सातवीं दृष्टि तीसरे और नौवें भाव पर पड़ती है. यह विन्यास धार्मिक यात्राओं की ओर ले जाता है. गुरुओं का सम्मान होगा और विदेश से जुड़े लोग अच्छा खासा मुनाफ़ा कमा सकते हैं. व्यावसायिक उद्यमों से लाभ मिलेगा और समय अनुकूल रहेगा. संपत्ति संबंधी विवाद सुलझ सकते हैं और वाहन-भवन खरीदने के योग बन सकते हैं. 7 दिन बाद इन चार राशियों पर किस्मत मेहरबान, होगी धनवर्षा
मीन राशि के जातक भी मंगल के गोचर को अनुकूल मानते हैं. दूसरे और नौवें घर पर आधिपत्य रखने वाला मंगल छठे घर में गोचर करेगा. यह संरेखण सकारात्मक परिणामों की संभावना के साथ एक आशाजनक स्थिति प्रस्तुत करता है. मनचाही पदोन्नति प्राप्त हो सकती है और विरोधी परास्त होंगे. भाग्य भाव भाग्य और सहायता प्रदान करेगा. अंतर्राष्ट्रीय यात्रा की संभावनाएँ उत्पन्न हो सकती हैं और कुछ कार्यों के लिए यात्रा की आवश्यकता पड़ सकती है. आत्म-आश्वासन बढ़ेगा, साथ ही साहस में भी वृद्धि होगी. अपेक्षाओं में नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देने के साथ-साथ सम्मान और स्वीकार्यता प्राप्त करना भी शामिल है. राहु अश्विनी और केतु चित्रा नक्षत्र में आकर कर रहे इन राशियों को दुखी
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