कोचिंग संस्थानों में पढ़ने आए हॉस्टलों में रह रहे छात्रों के लिए ईजी एक्जिट और फीस रिफण्ड की पॉलिसी बनाने के लिए कोचिंग संस्थानों और हौस्टल एशोसिएशन के प्रतिनिधियों की बैठक जिला कलेक्टर (कार्यवाहक) राजकुमार सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित की गई.
Trending Photos
Kota: कोचिंग संस्थानों में पढ़ने आए हॉस्टलों में रह रहे छात्रों के लिए ईजी एक्जिट और फीस रिफण्ड की पॉलिसी बनाने के लिए कोचिंग संस्थानों और हौस्टल एशोसिएशन के प्रतिनिधियों की बैठक जिला कलेक्टर (कार्यवाहक) राजकुमार सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित की गई.
यह भी पढ़ें- बारां में डेढ़ महीने से लापता है नाबालिग छात्रा, बहन ने पड़ोसी को लेकर किया चौकाने वाला खुलासा
जिला कलेक्टर ने कहा कि कोटा में अध्ययनरत विद्यार्थी तनावमुक्त होकर पढ़ाई कर सकें इसके लिए हम सबका दायित्व है कि उनकी समस्याओं का समय पर निराकरण करें. कोचिंग में प्रवेश करते समय विद्यार्थी एवं अभिभावक के मन में यह निश्चिंतता रहे कि उसको किसी भी परेशानी के समय त्वरित सहायता मिलेगी. फीस का निर्धारण कर यह तय करें कि यदी कोई विद्यार्थी जाना चाहे तो उसकी फीस की राशि नियमानुसार वापिस मिल सकेगी. बैठक में जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई समिति में कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों को भी सामिल कर मापदण्ड तय करने का निर्णय लिया गया.
जिला कलेक्टर ने कहा कि हॉस्टल एसोसिएशन के प्रतिनिधि शहर में कोचिंग में अध्ययनरत् विद्यार्थियों को सकारात्मक वातावरण प्रदान करें. विद्यार्थियों से ली जाने वाली हॉस्टल फीस का रोडमैप तैयार करें, जिससे विद्यार्थियों के परिजनों को सहूलियत मिलें और तनावरहित रहें. उन्होंने कहा कि हॉस्टल एसोसिएशन के प्रतिनिधि सरकार के द्वारा बनाए गए किराया अधिनियम कानून की पालना करें. हॉस्टलों में विद्यार्थियों के लिए सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए और जिन हॉस्टलों में छोटे गेट हैं, वहां पर भविष्य में किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए आपातकालीन गेट और खिड़कियां भी लगवाना सुनश्चित करें, अनुभवी सुरक्षा कर्मी लगाए जाएं. उन्होंने कहा कि हॉस्टलों में विद्यार्थियों द्वारा भोजन एवं ऑनलाईन सामग्री मंगवाने पर हॉस्टल में कार्यरत् सुरक्षा कर्मी द्वारा पूर्ण रूप से जांच सुनिश्चित की जाए.
अतिरिक्त कलक्टर शहर डॉ. महेन्द्र लोढ़ा ने कहा कि यदि कोई विद्यार्थी तीस दिन से अधिक बिना सूचना के रहता है तो हॉस्टल प्रभारी उसके परिजनों को कमरा खाली करने से पूर्व लिखित में नोटिस दें. उन्होंने कहा कि हॉस्टल में विद्यार्थियों को तनावमुक्त रखने के लिए समय-समय पर मनोवैज्ञानिक से जांच कराएं तथा योगा शिक्षक से विद्यार्थियों को योग का प्रशिक्षण कराएं.
इस दौरान अतिरिक्त आयुक्त आबकारी सुनिता डागा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर प्रवीण जैन, अतिरिक्त निदेशक सामाजिक अंकेक्षण विधि शर्मा सहित सभी कोचिंग एवं होस्टल एशोसिएशन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.