सोमवार को भी यहां मरीजों की भीड़ लगी रही. सुबह से दोपहर तक भीड़ के चलते मरीजों को दवाईयों से लेकर चिकित्सकीय जांच और उपचार में भी कतारों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा.
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Sangod: गर्मी का प्रकोप बढ़ने के साथ ही एक बार फिर अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है. लोग मौसम जनित बीमारियों की चपेट में आकर उपचार के लिए अस्पतालों में पहुंचने लगे हैं. यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही रोजाना 430 से अधिक मरीज विभिन्न बीमारियों का इलाज करवाने पहुंच रहे हैं. इनमें उल्टी-दस्त से ग्रसित मरीजों की तादाद ज्यादा है.
सोमवार को भी यहां मरीजों की भीड़ लगी रही. सुबह से दोपहर तक भीड़ के चलते मरीजों को दवाईयों से लेकर चिकित्सकीय जांच और उपचार में भी कतारों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा.
वहीं, नगर में पीलिया की दस्तक ने भी लोगों की चिंता बढ़ा दी है. ऐसे में चिकित्सा विभाग भी सतर्क हो गया है. उल्लेखनीय है कि बीते एक सप्ताह से क्षेत्र का तापमान 44 डिग्री के ऊपर चल रहा है. उमस ने भी लोगों को परेशान कर रखा है. ऐसे में लोग गर्मी जनित बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. यहां काशीपुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक सप्ताह पूर्व तक मरीजों की संख्या कम हो गई थी, लेकिन बीते एक सप्ताह में एकाएक मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है.
उपचार के पहले सब्र की परीक्षा
इन दिनों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन साढ़े चार सौ से अधिक मरीज उपचार करवाने आ रहे हैं. सोमवार को यहां मरीजों की संख्या पांच सौ से अधिक रही. ऐसे में लोगों को पहले पर्ची काउंटर फिर बाद में चिकित्सक कक्ष के बाहर कतारों में लगना पड़ा. चिकित्सकीय जांच एवं उपचार के बाद भी मर्ज में राहत के लिए दवा लेने काउंटर पर भी मरीजों को सब्र का इंतिहान देना पड़ा. यहां भी मरीज और उनके तीमारदार कतारों में लगे नजर आए. भीड़ के चलते मरीजों को काफी असुविधा हुई.
पीलिया रोग की भी दस्तक
मौसमी बीमारियों के साथ ही सांगोद नगर में पीलिया की दस्तक ने भी लोगों की चिंता बढ़ा दी है. चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने भी जलदाय विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर पानी की जांच करवाने की कहा है. अस्पताल के कार्यवाहक प्रभारी डॉ. रविकांत मीणा ने बताया कि बीते दिनों अस्पताल में आधा दर्जन पीलिया रोगी सामने आ चुके हैं.
दूषित पानी और दूषित खान पान से पीलिया रोग होता है. ऐसे में लोगों को भी दूषित पानी और दूषित खाने से बचने की सलाह दी जा रही है. जलदाय विभाग के अधिकारियों को भी पानी की जांच को लेकर मार्गदर्शन किया है. पानी को उबालकर ठंडा करके पीना चाहिए और बासी खाना खाने से लोगों को परहेज करना चाहिए.
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