kota First digital planetarium: कोटा में छात्रों को जल्द स्पेस को खुली आंखों से देखने को मिलेगा. यहां पहला अत्याधुनिक डिजिटल प्लेनेटोरियम बनने जा रहा है. इसमें 13 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. जिसमें एक साथ 80 लोग बैठ सकेंगे.
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kota First digital planetarium: अंतरिक्ष और उसके रहस्यों को जानने और समझाने के लिए राजस्थान का औद्योगिक शैक्षणिक शहर कोटा एक अनोखी तैयारी कर रहा है. कोटा राजस्थान का पहला डिजिटल प्लेनेटोरियम बना रहा है. ये डिजिटल प्लेनेटोरियम कोटा में बनाए गए ऑक्सीजोन (सिटी पार्क) में बनेगा. जिसकी लागत 35 करोड़ रूपए से अधिक है. इसके लिए नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम ने भी मंजूरी दे दी है. मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही इसक निर्माण भी शुरू हो जाएगा.
दरअसल, इस डिजिटल प्लेनेटोरियम को कोटा में बनाने का मकसद यह है कि यहां हर साल लाखों छात्र परीक्षा की तैयारी के लिए आते हैं. इन छात्रों में से अधिकतर ऐसे होते हैं जो इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे होते हैं. ये सभी छात्र खेल खेल में और मजेदार तरीके से अंतरिक्ष, सूर्य, मंगल, पृथ्वी के अन्य रहस्यों को इन डिजिटल प्लेनेटोरियम की मदद से समझ सकेंगे. इसके अलावा इस टेक्नोलॉजी से छात्रों को थोड़ा समय पढ़ाई से इतर भी मिल जाएगा.
कैसा होगा डिजिटल प्लेनेटोरियम
ये साइंस सेंटर आधुनिक डिजाइन पर बनाया जाएगा. जिसमें अंतरिक्ष के रहस्यों को मॉडल्स और एक्सपेरिमेंट्स के जरिए बताया जाएगा. इसमें न केवल छात्र ही नहीं बल्कि आम नागरिकों को भी अंतरिक्ष से जुड़ी चीजों के बारे में जानने में मदद मिलेगी.
बता दें, डिजिटल प्लेनेटोरियम, आकाश, पॉपुलर साइंस, सूर्य, चंद्रमा, ग्रहों, गैलेक्सी को देखने का एक नया तरीका है. हम इन्हें नग्न आंखों से देख सकते हैं. एक बढ़िया लेजर पॉइंटर या टेलीस्कोप के साथ हम आसमान दिखाई देने वाले दृश्य को देख सकते हैं. हालांकि, डिजिटल प्लेनेटोरियम इसे मजेदार तरीके से समझाता है.
मिली जानकारी के मुताबिक साइंस सेंटर और डिजिटल प्लेनेटोरियम का सिटी पार्क में 4.57 एकड़ एरिया में बनाया जाएगा. सुत्रों के मुताबिक, साइंस सेंटर के लिए जो मल्टीप्लेक्स इमारत बनाई जाएगी, उस पर 22.25 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे. साइंस सेंटर के पास ही डिजिटल प्लेनेटोरियम बनाया जाएगा जिसपर 13 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इस प्लेनेटोरियम में एक साथ 80 लोग बैठ सकेंगे.
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