गुरुवार को बाघिन एमटी-4 का ईलाज के दौरान की मौत होने का मामला सामने आया है. डॉक्टर्स ने बाघिन को एनीमिया दी उसके दो घंटे बाद बाघिन ने लंबी 3 सांस ली और चौथी सांस थम गई. जिसमे बाद बाघिन को एंबुलेंस की मदद से मुकुंदरा रिजर्व के नाका नंबर 1 पर लेकर आए.
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Pregnant Tigress Dies Mukundra Hills Tiger Reserve: मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में गुरुवार को एक बार फिर दुखद खबर सामने आई. गुरुवार को बाघिन एमटी-4 का ईलाज के दौरान की मौत होने का मामला सामने आया है. बाघिन का तीन दिन से वेनटेरी डॉक्टर की निगरानी में थी. जिसका प्राथिमक उपचार चल रहा था, गुरुवार को बाघिन के सुस्त होने की लोकेशन पर फिर से ईलाज के लिए वन अधिकारियों ने डॉक्टर्स के साथ बाघिन को ट्रेक्यूलाईज किया. जिसके बाद डॉक्टर्स ने एनीमिया दी उसके दो घंटे बाद बाघिन ने लंबी 3 सांस ली और चौथी सांस थम गई. जिसमे बाद बाघिन को एंबुलेंस की मदद से मुकुंदरा रिजर्व के नाका नंबर 1 पर लेकर आए.
जहां रणथंभौर टाइगर रिजर्व सीनियर वेनेटरी डॉ. तेजेंद्र सिंह रियाड़ एवं उनकी टीम बाघिन का पोस्टमार्टम कर रही है। मौत का कारण मलाशय में 6 इंच के टुकड़े बाहर होना सामने आ रहा है. बाघिन का पोस्टमार्टम होने के बाद ही बाघिन का अंतिम संस्कार किया गया.
मुकुंदरा क्षेत्रीय निदेशक एसपी सिंह ने बताया की 1 मई को बाघिन एमटी 4 की तबियत खराब होने की सूचना पर रणथंभौर टाइगर रिजर्व के सीनियर वेटनरी डॉ. तेजेंद्र सिंह की टीम ने बाघिन के ईलाज कर मालाश्य से सूखे मल के तीन टुकड़े निकाले थे. इसका अलावा मलाशय में छोटा उभार भी नजर आया था. तब से ही बाघिन पर सीनियर वेटनरी डॉ. तेजेंद्र सिंह रायड के नेतृत्व में निगरानी रखी जा रही थी.
बुधवार को भी बाघिन के मलाशय से छोटा उभार रेक्टम प्रोलैप्स नजर आया था. गुरुवार को बाघिन के मल द्वार से मलाशय बाहर लटका सामने आया. जिसमें बाघिन को ट्रेक्यूलाइज कर डॉक्टर्स टीम ने मलाशय को पुनः स्थापित किया और एनीमिया दिया. बाघिन के मलाशय से 5 बड़े बड़े 6 - 6 इंच लंबाई के सूखे हुए निकले.
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जिसके बाद रिवाइवल किया जिसके 2 घंटे बाद अचानक बाघिन ने तीन बार तेज सांस लिया. जिसके बाद बाघिन की सांस बंद हो गई. बाघिन को एंबुलेंस की मदद से नाका में लेकर पहुंचे. जहां रणथमौर टाइगर रिजर्व सीनियर वेनेटरी डॉ. तेंजेंद्र सिंह रायड, डॉ.राजीव गर्ग, डॉ. अरविंद माथुर, डॉ. विशाल नेनीवाल शामिल है. वहीं एनटीसीआई सद्स्य संजीव शर्मा मौजूद है.
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व अधिकारियों के अनुसार मुकुंदरा में एमटी 4 के गर्भवती होने और 10 दिनों में शावकों को जन्म देने की खुशियां थी। जो मातम में बदल गई. बाघिन एमटी-4 10 दिन बाद शावको को जन्म देने वाली थी, जिससे शावको के साथ मुकुंदरा का वातावरण भी आबाद हो जाता.