Lok Sabha Election 2024: मानवेंद्र सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद मजबूत हुई पार्टी की स्थिति, बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर भाजपा की जीत तय?
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Lok Sabha Election 2024: मानवेंद्र सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद मजबूत हुई पार्टी की स्थिति, बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर भाजपा की जीत तय?

Lok Sabha Election 2024: मानवेंद्र सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद पार्टी की स्थिति मजबूत मानी जा रही है. बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर कांग्रेस को कड़ी चुनौती मिल सकती है.

Lok Sabha Election 2024: मानवेंद्र सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद मजबूत हुई पार्टी की स्थिति, बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर भाजपा की जीत तय?

Rajasthan Lok Sabha Election 2024: मानवेंद्र सिंह से बीजेपी ज्वाइन कर ली है. उन्होंने 5 साल बाद बीजेपी ज्वाइन की.  मंत्री जोराराम कुमावत, केके विश्नोई, राज्यसभा सांसद मदन राठौड़, प्रत्याशी कैलाश चौधरी ने  मानवेंद्र सिंह को बीजेपी ज्वाइन करवाई.

मानवेंद्र सिंह जसोल की भाजपा में वापस शामिल होने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं. जिसमें सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या मानवेंद्र सिंह के बीजेपी दोबारा ज्वाइन करने से पश्चिमी राजस्थान में बीजेपी का बिगड़ा हुआ चुनावी गणित सुधर पाएगा या नहीं?

सियासी गलियारों में चर्चा है कि जसोल परिवार का आज भी पश्चिमी राजस्थान में दबदबा है. सियासी जानकारों की माने तो इस परिवार से आज भी जातीय और सामाजिक तौर पर बड़ा वोट बैंक जुड़ा हुआ है. चर्चा इस बात की भी है कि राजपूत समाज के लोग मानते हैं कि मजबूरी में मानवेंद्र सिंह ने कांग्रेस ज्वाइन की थी.

बीजेपी ने बाड़मेर जैसलमेर सीट पर कैलाश चौधरी को प्रत्याशी बनाया है. इसके अलावा कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस ने उम्मेदाराम बेनीवाल को प्रत्याशी घोषित किया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि  मानवेंद्र सिंह के बीजेपी में शामिल होने से बीजेपी की स्थिति एक बार फिर बाड़मेर-जैलमेर सीट पर मजबूत हो गई है. साथ ही इस सीट पर कांग्रेस को कड़ी चुनौती मिल सकती है.

बीजेपी प्रत्याशी कैलाश चौधरी की बात करें तो कैलाश चौधरी छात्र राजनीति से उभरे हुए नेता हैं.कैलाश चौधरी ने 1999 में पार्षद का चुनाव लड़ा, इसमें वे हार गए. 2004 में वे जिला परिषद सदस्य बने. 2013 में बायतु से चौधरी 13974 वोट से जीत गए. 2018 में फिर बायतु से विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश चौधरी के सामने 18311 वोट से हार गए. 2019 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़े और पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे कांग्रेस प्रत्याशी मानवेंद्र सिंह को 3.23 लाख वोट से हराया. इसी कार्यकाल में मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में भी उन्हें जगह मिली.हालांकि इस बार बीजेपी को बाड़मेर-जैसलमेर सीट से उम्मेदराम बेनीवाल से कड़ी चुनौती मिल सकती है.

 

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