लाडनूं के करंट बालाजी मंदिर में हुआ दीपोत्सव का आयोजन, जलाए गए 31 हजार दिए
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लाडनूं के करंट बालाजी मंदिर में हुआ दीपोत्सव का आयोजन, जलाए गए 31 हजार दिए

लाडनूं के करंट बालाजी मंदिर में गत रात्रि को दीपोत्सव का धार्मिक आयोजन धूमधाम के साथ मनाया गया. दीपोत्सव के आयोजन को देखने के लिए कस्बे के बड़ी संख्या में लोग उमड़े.

लाडनूं के करंट बालाजी मंदिर में हुआ दीपोत्सव का आयोजन, जलाए गए 31 हजार दिए

Ladnun: नागौर के लाडनूं के करंट बालाजी मंदिर में गत रात्रि को दीपोत्सव का धार्मिक आयोजन धूमधाम के साथ मनाया गया. दीपोत्सव के आयोजन को देखने के लिए कस्बे के बड़ी संख्या में लोग उमड़े. देर रात तक कार्यकर्ता धार्मिक आयोजन की व्यवस्थाएं संभालने में लगे रहे. 

लाडनूं के दुर्गा दल सेवा समिति के तत्वावधान में इस बार 29वां दीपोत्सव मनाया गया. इस दौरान मंदिर परिसर में 31 हजार दीपक जलाए गए. वहीं, अलग-अलग जगह पर रंगोलियां भी बनाई गई. इस बारे में दुर्गा दल सेवा समिति के अध्यक्ष चोथमल किल्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि इस भव्य आयोजन के लिए करीब 250 से भी अधिक कार्यकर्ता लगे हुए थे. 

कोरोना काल के चलते दो साल नहीं हो पाया था आयोजन
आयोजक मंडल ने बताया कि वैसे तो यह दीपोत्सव हर साल आयोजित होता है, लेकिन पिछले 2 साल कोविड-19 के चलते यह आयोजन नहीं हो पाया था. ऐसे में इस बार कार्यकर्ताओं के साथ कस्बे वासियों में भी दीपोत्सव को लेकर उत्साह देखने को मिला. 

मंदिर परिसर में बनाई रंगोली
दुर्गा दल सेवा समिति के तत्वावधान में हुए धार्मिक आयोजन के दौरान एक साथ 31 हजार दीप प्रज्वलित करने के साथ ही मंदिर परिसर में रंगोलियां और मिट्टी से उकेर कर भगवान श्री विष्णु की झांकी भी सजाई गई, जिसने धार्मिक आयोजन में चार चांद लगा दिए. बता दें की इस धार्मिक आयोजन को लेकर पिछले करीब 1 महीने से तैयारियां चल रही थी. दुर्गा दल सेवा समिति के कार्यकर्ता धार्मिक आयोजन को भव्य बनाने में लगे हुए थे. 

मंदिरों में की गई भव्य सजावट
आयोजन के दौरान करंट बालाजी चौराहे से लेकर करंट बालाजी मंदिर तक मुख्य मार्ग को लाइटों से सजाया गया. इसके अलावा मंदिरों में भी भव्य सजावट की गई.  करंट बालाजी चौराहे के नजदीक होने के चलते दुर्घटनाओं की आशंका देखते हुए लाडनूं थाना पुलिस के जवान मौके पर तैनात रहे. 

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गौरतलब है कि पिछले 2 साल कोविड-19 की विभिन्न पाबंदियों के चलते आयोजन नहीं हो पाया था. ऐसे में इस बार आयोजक मंडल के कार्यकर्ताओं के अलावा कस्बे वासियों में भी दीपोत्सव को लेकर उत्साह देखने को मिला. लोगों ने दीपोत्सव के साथ रंगोली और मंदिर की सजावट की भी खूब सराहना की.

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