Nagaur News : राजस्थान के नागौर जिले का मायरा एक बार फिर से चर्चा में रहा . नागौर के जायल खिंयाला के मायरे के गीत आज भी मांगलिक कार्यों में गाए जाते हैं . वहीं अब नागौर जिले के धारणावास गांव का मायरा फिर से चर्चा में आया है . धारणावास निवासी रामकरण मुंडेल के पुत्र जितेंद्र की शादी में उनके मामा हनुमानराम सियाग ने 1 करोड़ 31 लाख का मायरा भरा.
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Nagaur : राजस्थान के नागौर जिले का मायरा एक बार फिर से चर्चा में रहा . नागौर के जायल खिंयाला के मायरे के गीत आज भी मांगलिक कार्यों में गाए जाते हैं . वहीं अब नागौर जिले के धारणावास गांव का मायरा फिर से चर्चा में आया है . धारणावास निवासी रामकरण मुंडेल के पुत्र जितेंद्र की शादी में उनके मामा हनुमानराम सियाग ने 1 करोड़ 31 लाख का मायरा भरा. जानकारी के अनुसार मायरे में 21 लाख नकद, 28 तोला सोना, एक प्लॉट और कार शामिल है.
मायरे में दिया प्लॉट और कार
भांजे की शादी में भरे गए इस मायरे की घटना चर्चा का विषय बनी हुई है. चटालिया निवासी पुनाराम सियाग की तीन बेटियां और एक बेटा है. बेटियों में सबसे बड़ी बेटी मंजू देवी की शादी धारणावास निवासी रामकरण मुंडेल के साथ हुई थी. मंजू देवी के बेटे जितेंद्र की शादी हुई, जिसमें उनके भाई हनुमान राम सियाग ने राजस्थान की परंपरा के अनुसार बहन के भात (मायरा) भरने पंहुचे. बयाता जा रहा है, कि बहन को गोटेदार चुनड़ी ओढाकर करीब 1 करोड़ 31 लाख का मायरा भरा. जिसमे जोधपुर में 80 फीट रोड़ पर 75 लाख रुपए कीमत का एक प्लॉट, 28 तोला सोना, 21 लाख की नकदी और 15 लाख की एक कार शामिल है.
सरपंच हैं दूल्हे की मामी
मंजू देवी की भाभी वर्तमान में जोधपुर के कजनाऊ कला गांव की सरपंच हैं. चटालिया से कार-जीप और बसों में 600 लोगों का काफिला भात भरने धारणावास पहुंचा. चटालिया निवासी सियाग परिवार के पुनाराम ने धारणावास जाकर अपनी पुत्री के यहां मायरा भरा. यह मायरा धारणावास निवासी जयनारायण मुंडेल के यहां पहुंचा.
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