हजारों मील दूर कर्नाटक में कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में बजरंगदल की पीएफआई से तुलना करते हुए उस बैन लगाने की बात कह दी. इसका मुद्दा पूरे देश में सियासत बनकर छा गया. राजस्थान में भी बीजेपी नेता इस मामले में कांग्रेस पर हमलावर हैं, वहीं कांग्रेस नेता सफाई दे रहे हैं.
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Jaipur News: कर्नाटक में कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में सत्ता में आते ही बजरंग दल पर बैन लगाने की बात शामिल करने पर देश के साथ ही राजस्थान में भी सियासत गरमा गई है.
कांग्रेसी और बीजेपी नेता शब्द बाणों से न केवल आक्रमण कर रहे हैं, बल्कि एक दूसरे पर खिलाफ पुराना इतिहास भी कुरेदने लगे हैं. कुल मिलाकर बीजेपी इस मामले को चुनावी मुद्दा बनाने में लगी है तो कांग्रेस इस प्रकरण को राजस्थान में उछलने से रोकना चाहती है.
कांग्रेस ने हजारों मील दूर कर्नाटक में अपने चुनावी घोषणा पत्र में बजरंगदल की पीएफआई से तुलना करते हुए उस बैन लगाने की बात कह दी. इसका मुद्दा पूरे देश में सियासत बनकर छा गया. राजस्थान में भी बीजेपी नेता इस मामले में कांग्रेस पर हमलावर हैं, वहीं कांग्रेस नेता सफाई दे रहे हैं.
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राजेंद्र राठौड़ ने किया ट्वीट
राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट किया कि कांग्रेस ने अपनी हिन्दू विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन किया है. तुष्टिकरण की राजनीति में कांग्रेस पार्टी इतनी अंधी हो चुकी है कि उसे राष्ट्रविरोधी और राष्ट्रभक्ति वाले संगठन में फर्क भी नहीं दिख रहा. वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने तो यहां तक कह डाला धर्म के नाम पर तुष्टीकरण करते करते कांग्रेस और कितना गिरेगी!? कर्नाटक में बजरंग दल को प्रतिबंधित करने की चुनावी घोषणा कांग्रेस की नफरत की पराकाष्ठा उजागर कर रही है. सत्ता के लालच ने इन्हे संघ, बजरंग दल, भाजपा, हिंदू ही नहीं भारत का भी विरोधी बना दिया है.
खाचरियावास ने बीजेपी पर मढ़ दिया आरोप
इधर राज्य कैबीनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने तो यह कहकर बीजेपी पर ही आरोप मढ़ दिया कि बजरंग दल पर प्रतिबंध जैसी कोई बात नही हैं. इस मामले को इश्यू बनाया जा रहा है. हम बजरंग दल पर प्रतिबंध की बात नहीं कर रहे बल्कि बीजेपी जो टकराव खड़ा कर रही है उसकी बात कर रहे हैं.
खाचरियावास ने तो यहां तक कहा कि कांग्रेसी तो खुद बजरंगबली की भक्त हैं. कांग्रेस तो धर्म के नाम पर टकराव करने वालों पर प्रतिबंध लगाती है. खाचरियावास ने कहा कि मैं अभी हनुमान चालीसा पढ़ कर आया हूं, मैं भी तो कांग्रेस में हूं. प्रताप सिंह ने कहा कि बजरंगबली को तो बीजेपी, कांग्रेस, सपा, बसपा जैसा कोई प्रतिबंध नहीं लगा सकता.
क्या बोले गोविंदराम मेघवाल
दूसरी ओर कांग्रेस के ही दूसरे कैबीनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने कहा कि कर्नाटक और राजस्थान अलग-अलग नहीं है. साथ ही मेघवाल ने यहकर मुद्दे को हवा दे दी कि बजरंगदल में वो शामिल किए जा रहे हैं जिनका आपराधिक बैकग्राउंड है. आएसएस चुन चुनकर बजरंग दल में अपराधियों की भर्ती कर रहा है. हमारी पार्टी ने बजरंगबली का विरोध नहीं किया बल्कि देवी देवताओं के नाम पर पार्टी बनाकर अपराध कार्य कर रहे हैं, उनके विरोध में कर्नाटक में यह फैसला लिया गया है हालांकि एआईसीसी के एससी-एसटी- अल्पसंख्यक विभाग के कोर्डिनेटर के राजू ने इस मामले में कुछ भी बोलने से मना कर पल्ला झाड़ लिया.
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राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी दिया बड़ा बयान
दूसरी ओर बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने तो कांग्रेस का इतिहास ही आतंक और आतंकियों के तुष्टिकरण का बता दिया. बाटला हाउस एनकांउटर हुआ तो इसकी सबसे बड़ी नेता की आंखों में आतंकियों के मर जाने की खबर सुनकर आंसू आ गए थे. सर्जिकल और एयर स्ट्राइक हुए तो कांग्रेस ने हमारी सेना के सामर्थ्य पर ही सवाल खड़ा कर दिया था.
कांग्रेस का नहीं, तालिबान का घोषणा पत्र
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि यह कांग्रेस का नहीं तालिबान का घोषणा पत्र है. जिस पार्टी के नेता बाटला हाउस एनकाउंटर में आतंकियों के मर जाने की खबर सुनकर आंसू बहाते हो, जिस पार्टी का इतिहास ही आतंक और आतंकवादियों के तुष्टिकरण का हो, उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है.
विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई
खैर कुल मिलाकर विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. ऐसे में बीजेपी इस मुद्दे को जनता के बीच खूब उछालेगी, वहीं कांग्रेस के पास बचाव का रास्ता होगा. बीजेपी की ओर से गुरुवार करौली में जन आक्रोश महाघेराव है जहां बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ आदि मौजूद होंगे जो इस मुद्दे को जरूर लोगों के बीच भुनाने की कोशिश करेंगे.