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प्रतापगढ़: राजस्थान में लंपी वायरस की चपेट में हजारों गायें आ चुकी हैं. इससे बचाव के लिए टीका लगाया जा रहा है. साथ ही कई दूसरे उपाय भी अपनाए जा रहे हैं. वहीं, वायरस से बचाव और सुरक्षा में प्रतापगढ़ जिला सबसे आगे है. इसकी मुख्य वजह कलेक्टर सौरभ स्वामी और सभी उपखंड के अधिकारी हैं. धरियावद एसडीएम बीएल स्वामी ने भामाशाओं की मदद से संक्रमण रोकने में कारगर साबित हुए हैं. एसडीएम की पहल से खाड़ी देशों ने मदद के हाथ बढ़ाए हैं.
एसडीएम ने अपने स्तर पर वाट्सएप ग्रुप बना कर लंपी वायरस से जुड़ी समस्याओं को शेयर किया. जिसपर खाड़ी देशों में रह रहे लोगों ने हाथोहाथ समस्या को दूर करने में मदद की. वहीं, एसडीएम ने गांवों में चार दिवारी वाली जमीन चिह्नित करने के निर्देश दिए. ताकि समंक्रमण कम से कम गायों में फैले.
जिले में 776 से अधिक गायों की मौत
बता दें कि लंपी वायरस की चपेट में आने से अब तक प्रतापगढ़ जिले में 776 से अधिक गायों की मौत हो चुकी है. जबकि 18 हजार 528 के करीब गाय इस वायरस से संक्रमित हैं. जिले में टीकाकरण का काम भी तेजी से किया जा रहा है. धरियावद में ही यह लंपी वायरस तेजी से फैला था, लेकिन एसडीएम बीएल स्वामी की पहल के बाद रोक लगी है.
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संक्रमण से बचाव के लिए गायों को खिलाए गए औषधीय लड्डू
एसडीएम स्वामी की अपील पर क्षेत्र के कई भामाशाहों ने गायों को औषधीय लड्डू बना कर खिलाएं हैं. गायों के लिए फंड भी इकठ्ठा किया है. गांव-गांव जाकर खुद एसडीएम ने गौ पालकों को यह दवाई वितरण की. उन्हें जागरूक भी किया .
संक्रमण रोकने के लिए लोगों ने अपनाया यह तरीका
धरियाद उपखंड जिले का एक मात्र ऐसा उपखंड है. जहां एक भी मृतक गोवंश को खुले में नहीं डाला गया है. लोगों की मदद से हर गाय को दफनाया गया ताकि और अन्य किसी प्रकार का संक्रमण ना फेल सके. प्रतापगढ़ जिले में अब तक एक लाख 46 हजार 496 को टीकाकरण कर दिया गया है. हर दिन राज्य सरकार की ओर से जिले को हजारों डोज प्राप्त हो रही हैं. जिस पर टीम लगाकर विभाग टीकाकरण कर रहा है.
Reporter- Vivek Upadhya