प्रतापगढ़ में अंगदान को लेकर सरकारी शिक्षक ने पेश की मिसाल,डीएम के सामने की ये बड़ी घोषणा
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प्रतापगढ़ में अंगदान को लेकर सरकारी शिक्षक ने पेश की मिसाल,डीएम के सामने की ये बड़ी घोषणा

Pratapgarh News: राजस्थान के प्रतापगढ़ में अंगदान-महादान अभियान से प्रेरणा लेकर सरकारी शिक्षक ने मिनी सचिवालय पहुंचकर कलेक्टर के समक्ष पूरे परिवार सहित मरणोपरांत अंगदान करने की घोषणा की है, इस पहल की प्रतापगढ़ डीएम ने तारीफ की है, 

 

प्रतापगढ़ के धरियावद में कार्यरत सरकारी शिक्षक अंगदान की घोषणा करते हुए.

Pratapgarh News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप चलाए जा रहे अंगदान महादान अभियान से प्रेरणा लेकर प्रतापगढ़ के धरियावद में कार्यरत एक सरकारी शिक्षक ने मिनी सचिवालय पहुंचकर कलेक्टर के समक्ष पूरे परिवार सहित मरणोपरांत अंगदान करने की घोषणा की.आदिवासी शिक्षक निरसार कुमार मीणा और उसके परिवार द्वारा की गई घोषणा की सभी और सराहना की जा रही है.

शिक्षा का अभाव

प्रतापगढ़ एक आदिवासी जिला है, यहां पर पहले ही शिक्षा का अभाव है,जिसके कारण आदिवासी समाज में मानव शरीर और उपचार को लेकर कई तरह की भ्रांतियां प्रचलित है.ऐसे में एक आदिवासी शिक्षक का पूरे परिवार के साथ अंगदान करने का संकल्प प्रेरणादाई है.कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने बताया कि जनजाति समाज के शिक्षक द्वारा इस तरह की पहल सराहनीय है.

प्रदेश में सकारात्मक संदेश जाएगा

उन्होंने बताया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर अंगदान जीवनदान अभियान चिकित्सा विभाग की ओर से चलाया जा रहा है.इसी के तहत जिले के धरियावद स्थित गडरियावास सरकारी विद्यालय के शिक्षक निरसार कुमार मीणा आज अपनी पत्नी बेटे और दो बेटियों के साथ मिनी सचिवालय पहुंचे और उन्होंने सभी सदस्यों के अंगदान करने की इच्छा जाहिर की.कलेक्टर यादव ने परिवार के सभी सदस्यों की सराहना करते हुए कहा कि एक सरकारी स्कूल में तैनात आदिवासी शिक्षक की इस पहल का पूरे जिले ही नहीं पूरे प्रदेश में सकारात्मक संदेश जाएगा. 

एक-एक अंग दान करने की घोषणा की

ऐसे शिक्षक पर जनजाति समाज हित पूरे जिले को गर्व है.मृत्यु के पश्चात उनके अंग दूसरों के जीवन को एक नई रोशनी प्रदान करेंगे.निरसार मीणा ने जहां अपने शरीर के चार अंग दान करने की घोषणा की तो परिवार के बाकी सदस्यों ने एक-एक अंग दान करने की घोषणा की है.निरसार मीणा ने बताया कि परिवार के सभी सदस्यों के मन में अंगदान का विचार चल रहा था सभी ने आपस में बैठकर एक साथ अंगदान करने का निर्णय लिया और मृत्यु पश्चात अंगदान करने की घोषणा की.

 रिपोर्टर- हितेष उपाध्याय

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