मूसलाधार बारिश ने फिर से प्रतापगढ़ को बनाया चेरापूंजी, छलक उठे जिले भर के बांध
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1306744

मूसलाधार बारिश ने फिर से प्रतापगढ़ को बनाया चेरापूंजी, छलक उठे जिले भर के बांध

प्रतापगढ़ में करीब 5 इंच यानी कि 125 एमएम से अधिक पीपलखूंट में करीब 4 इंच यानि 102 एमएम से अधिक बरसात रिकॉर्ड दर्ज हुई है. जबकि दलोट में 95, अरनोद में 90, सुहागपुरा में 82, छोटीसादड़ी में 61 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है. 

मूसलाधार बारिश ने फिर से प्रतापगढ़ को बनाया चेरापूंजी, छलक उठे जिले भर के बांध

Pratapgarh: राजस्थान के चेरापूंजी कहे जाने वाले प्रतापगढ़ जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है. 15 अगस्त की शाम से शुरू हुई बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है. इस बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है. 

लगातार हो रही बारिश के चलते जिले के सभी जलाशय, नदियां और झरने पूरे वेग के साथ बह रहे हैं. जिले में पांच इंच से भी अधिक बारिश हो चुकी है. जिले का प्रमुख सबसे बड़ा जाखम बांध भी छलक उठा है. 31 मीटर की क्षमता वाले इस बांध में चादर चलने लगी है. 

यह भी पढे़ं- आज से बुधादित्य राजयोग चमकाएगा भाग्‍य, जमकर पैसा बटोरेंगी ये राशियां, जानें अपनी राशि का हाल

प्रतापगढ़ में करीब 5 इंच यानी कि 125 एमएम से अधिक पीपलखूंट में करीब 4 इंच यानि 102 एमएम से अधिक बरसात रिकॉर्ड दर्ज हुई है. जबकि दलोट में 95, अरनोद में 90, सुहागपुरा में 82, छोटीसादड़ी में 61 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है. जोरदार बारिश के चलते सुहागपुरा के पास स्थित भंवर सेमला बांध पर करीब आधा मीटर की चादर चली है. इसके तीन गेट खोलने पड़े. इसी तरह हमजा खेड़ी और चाचा खेड़ी बांध भी ओवरफ्लो हो गए हैं.

कहीं खुशी, कहीं गम
बांसवाड़ा जिले में स्थित माही डैम भी ओवरफ्लो हो चुका है. भंवर सेमला बांध की क्षमता 14.70 मीटर है. जबकि हमजा खेड़ी की 7 मीटर और चाचा खेड़ी की क्षमता 4 मीटर की है. जबकि जिले के सबसे बड़े बांध जाखम की भराव क्षमता 31 मीटर की है. लगातार हो रही बारिश के चलते सभी बांध ओवर फ्लो हो चुके है. बारिश जहां बांधों के लिए खुशी की लहर लाई है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी फसलों और रास्तों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है. 

बारिश के बीच कई जगह तबाही का माहौल भी जिले में देखने को मिला है. पिछले दिनों नदी में बहने से दो युवक की मौत भी हो चुकी है. इसके साथ ही बिजली गिरने से भी जिले कई मौत हो चुकी है. जिला मुख्यालय के कच्ची बस्ती में भी जल भराव के कारण लोगों की मुशीबते बड़ा दी है. ग्रामीण क्षेत्रों में कई कच्चे मकान ढह गए. जबकि कई गांव के संपर्क आपस में टूट गए. सड़कें और पुलिया जगह-जगह छतिग्रस्त है.

ओवर फ्लो होकर डैम पर चलने लगी पानी की चादर 
जिलेभर में 24 घंटे से भी अधिक समय से तेज बारिश के चलते हमजाखेड़ी डैम और चाचाखेड़ी पर ओवर फ्लो होकर चादर चलने लगी. यहां अब तक 717 मीमी बरसात हो चुकी है. अच्छी बरसात के चलते गौतमेश्वर का झरना लगातार चलने से मनमोहक नजार देखने श्रद्धालों की भीड़ दिखाई देने लगी है. कस्बे में रात को तेज बारिश के चलते एक घन्टे तक मेन रोड पर 1 फीट तक पानी चलता रहा. मण्डावरा जाने वाले रोड के नीचे होने से यहां यातायात बंद रहा.

नालों में आया उफान, सड़कें बंद
इसी के साथ पीपलखूंट, घंटाली क्षेत्र में घंटे की लगातार बारिश के चलते छोटे बड़े पुलिया पर पानी की चादर चलती नजर आई. जिले की सबसे बडी ऐराव नदी रात एक बजे से लेकर सुबह के दस बजे तक ओवरफ्लो दिखाई दी. घंटाली, अरनोद, सालमगढ़, दानपुर मार्ग पर बने पुल पर नदी एक मीटर ऊपर बह रही है. घंटाली मुख्य बाजार से निकलने वाले नाले पर भी रात एक बजे से चार फीट पानी आने से सड़क मार्ग बंद पड़े रहे. धरियावद की जाखम नदी भी पूरे वेग के साथ बह रही है. 

बारिश के कारण लोग जान जोखिम में डालते हुए भी यहां नजर आए है. तेज बारिश के चलते जन जीवन पूरी तरह से प्रभावित हो चूका है. चेरापूंजी की तरह लगातार बारिश के कारण लोगों और किसानों की भी अब चिंताएं सताने लगी है.

Reporter- Vivek Upadhyay

 

प्रतापगढ़ की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.

यह भी पढे़ं- क्या सिद्धार्थ शुक्ला के बाद इस शख्स ने जीत लिया शहनाज गिल का दिल, आ रही डेटिंग की खबरें

यह भी पढे़ं- एक्स के साथ 'पैचअप' करवा सकती हैं ये बातें, फिर मिल जाएगा आपका पुराना प्यार!

यह भी पढे़ं- आपकी ये आदतें ही बनाती हैं आपको कंगाल, गरुड़ पुराण में किया गया है जिक्र

Trending news