कोटा: राजस्थान के कोटा में लगातार स्टूडेंट्स की सुसाइड की घटना बढ़ती जा रही है. जिसे लेकर अब कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी चिंता जताई है. दरअसल, कोटा को एजुकेशन हब के रूप में जाना जाता है, जहां हर साल कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक से कई छात्र, छात्राएं पढ़ाई के लिए पहुंचते हैं लेकिन पिछले कुछ वक्त से कोटा में लगातार छात्रों के सुसाइड के मामले बढ़ते जा रहे हैं.
इसी को लेकर राहुल गांधी ने बुधवार रात को अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, 'मैं छात्रों से कहना चाहता हूं कि कोई भी असफलता स्थायी नहीं होती है. आप हार ना मानें. आप सभी पर हमें नाज है. आप मेहनत करें और हौसला रखें, किसी ना किसी रूप में कामयाबी आपके कदम जरूर चूमेगी. डरने की बिल्कुल जरूरत नहीं है. हमें गर्व है आप पर. छात्रों के माता-पिता से मेरी प्रार्थना है कि बच्चे बहुत मेहनत करते हैं, उनपर दबाव जितना कम हो उतना ही बेहतर है. मैं आप सभी छात्रों की कामयाबी की कामना करता हूं'.
कोटा में कोचिंग छात्रों की खुदकुशी का आंकड़ा हर साल बढ़ता जा रहा हे बीते 5 सालो के आंकड़े की बात अगर करे तो कोटा में 2014 में 2015 में 30, 2016 में 18 कोचिंग छात्र 2017 में 15, 2018 में 18 कोचिंग छात्र फंदे से लटक कर खुदखुशी कर मौत का रास्ता तय कर चुके हैं.
हालांकि, गंभीर बात यह है कि इतने छात्रों द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद भी किसी कोचिंग संस्थान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिला प्रशासन ने 13 पाइंट्स के साथ गाईडलाईन जरूर जारी की है लेकिन उसका भी असर नहीं दिखता है. मीटिंग होती है लेकिन सब बेनतीजा महज फोर्मल्टी जैसी और इसी को छात्रों की बढ़ती आत्महत्या का मुख्य कारण माना जा रहा है.