राजसमंद में जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक का हुआ आयोजन
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राजसमंद में जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक का हुआ आयोजन

राजसमंद स्थित जिला परिषद सभागार में साधारण सभा की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक की अध्यक्षता राजसमंद प्रमुख रतनीदेवी जाट ने की. जिला प्रमुख रतनीदेवी जाट ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रगतिरत विकास कार्यों का औचक निरीक्षण कर कार्य की गुणवत्ता की परख करें और गुणवत्तारहित कार्य पाए जाने पर ठेकेदार को पाबंद कर उसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करें. 

साधारण सभा की बैठक आयोजित

Rajsamand: राजसमंद स्थित जिला परिषद सभागार में साधारण सभा की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक की अध्यक्षता राजसमंद प्रमुख रतनीदेवी जाट ने की. जिला प्रमुख रतनीदेवी जाट ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रगतिरत विकास कार्यों का औचक निरीक्षण कर कार्य की गुणवत्ता की परख करें और गुणवत्तारहित कार्य पाए जाने पर ठेकेदार को पाबंद कर उसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करें. 

उन्होंने कहा कि जो भी विकास कार्य प्रगतिरत हैं, उनमें तेजी लाएं और मानसून पूर्व कार्य पूर्ण करने की कोशिश करें. उन्होंने बिजली विभाग के अभियंता को निर्देश दिए कि वे बारिश से पूर्व विद्युत लाइनों का आवश्यक रख-रखाव कर लें और ढीलें तारों को व्यवस्थित करें जिससे बारिश के समय किसी प्रकार की जनहानि से बचा जा सके. उन्होंने कृषि कनेक्शन, किसान उर्जा मित्र योजना में प्रगति लाने के निर्देश दिए. बता दें कि बैठक में राजसमन्द विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने बिजली विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि वे गांवों में बिजली कटौती के समय की पूर्व सूचना कृषकों तक पहुंचाए ताकि वे सिंचाई संबंधी कार्य की पूर्व तैयारी कर सके. 

उन्होंने मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करें और इस योजना से संबद्ध निजी चिकित्सालयों में पात्र आमजनों का निशुल्क उपचार सुनिश्चित कराएं. इस अवसर पर कुम्भलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़ ने जलदाय विभाग के अभियंता को निर्देश दिए कि आमेट सहित आसपास के अधिकतर गांव सुखाग्रस्त रहते हैं और वहां भूजल स्तर भी काफी नीचे हैं. इसलिए पेयजल के लिए पर्याप्त टैंकरों की व्यवस्था रखे और पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिए तकनीकी रूप से दक्ष भूगर्भ जलशास्त्री की सहायता से प्रस्ताव तैयार कराएं. 

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उन्होंने कहा कि वर्षाजल संचय पर बल देते हुए प्रस्ताव तैयार करें ताकि साल पर्यन्त गांवों और ढाणियों में निवासित लोगों को पेयजल किल्लत का सामना न करना पड़े. बैठक में उप जिला प्रमुख सोहनी देवी ने कहा कि राजकीय अधिकारी ग्रामीण इलाकों का नियमित रूप से दौरा करते रहें ताकि ग्रामीण हलकों में पेयजल, सड़क, बिजली से संबंधित समस्याओं की वस्तुस्थिति का पता चल सके और तदनुसार स्थायी समाधान के प्रस्ताव तैयार करें. इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्साह चौधरी और अतिरिक्त कलक्टर रामचरन शर्मा ने भी अधिकारियों को सख्त हिदायत दी, कि वे जनप्रतिनिधियों से साधारण सभा में प्रस्तुत की गई समस्याओं को गंभीरता से लें और अनावश्यक रूप से समाधान में किसी प्रकार की कौताही और ढिलाई नहीं बरतें. 

बैठक में जिला परिषद सदस्यों, प्रधानगणों ने अपने-अपने इलाके की पेयजल, बिजली, चिकित्सा से संबंधित समस्याओं को रखा और जल्द समाधान कर राहत प्रदान करने की मांग की. इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश्वर सिंह चौहान ने गत बैठक का बिन्दुवार विवरण प्रस्तुत किया. बैठक में रेलमगरा प्रधान आदित्य प्रताप सिंह, खमनोर प्रधान भैरूलाल, देलवाड़ा प्रधान कसनी गमेती सहित जिला परिषद सदस्य और विभिन्न विभागों के शहर स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे. 

Reporter: Devendra Sharma 

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