बाघों की अठखेलियों को लेकर विश्व प्रसिद्ध रणथंभौर नेशनल पार्क से बाघ-बाघिन लापता होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने एनटीसीए की दो सदस्यीय कमेटियों का गठन किया है
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Missing Tiger: राजस्थान के सवाईमाधोपुर के रणथंभौर से लापता बाघों की जांच अब एनटीसी और हाईकोर्ट की कमेटियां करेंगी. एनटीसीए ने रणथम्भौर से लापता हुए बाघों की जांच के लिए एक दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. ये कमेटी लापता बाघों को लेकर रणथंभौर का दौरा करेगी और जांच के बाद अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को पेश करेगी. एनटीसीए की कमेटी में शिवपाल सिंह, डीआईजी एनटीसीए और एचवीगिरिश संयुक्त निदेशक डब्ल्यूसीसीबी शामिल हैं.
आपको बता दें कि 15 सालों में रणथम्भौर से गायब हुए बाघों को लेकर हाईकोर्ट ने स्वसंज्ञान लेते हुए दो अधिवक्ताओं को न्याय मित्र बनाया है. जो रणथंभौर का दौरा कर वनाधिकारियों से सवाल-जवाब कर अपनी रिपोर्ट बनाकर न्यायालय को पेश करेंगे.
बाघों की अठखेलियों को लेकर विश्व प्रसिद्ध रणथंभौर नेशनल पार्क से बाघ-बाघिन लापता होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने एनटीसीए की दो सदस्यीय कमेटियों का गठन किया है. ये कमेटियां बाघों के लापता होने की वजह तलाश कर अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को भेजेंगी. रणथंभौर से बाघ टी-95, टी-97, टी-64 समेत बाघिन टी-73 और उसके दो शावक करीब दो साल से अधिक समय से लापता हैं.
बाघों के गायब होने की खबरें प्रकाशित होने के बाद विधानसभा में भी इसका मुद्दा उठ चुका है. इसके बाद हरकत में आई राज्य सरकार ने एनटीसीए की दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. वही इसके लिए हाईकोई ने दो अधिवक्ता अभिषेक शर्मा और सुदेश कसाना को न्याय मित्र बनाया है. जो बाघों के गायब होने को लेकर वन विभाग से सवाल जवाब कर दो सप्ताह में अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेंगे.
रिपोर्टर- अरविंद सिंह
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