आरोपी शंकर लाल कुमावत ने एक गैंग बना रखी है, जो लोगों को लालच देकर या फिर ब्लैकमेल कर हजारों रुपए ठग चुके हैं
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Data Ramgarh : सीकर की दाता रामगढ़ पुलिस ने पुलिस अधिकारी बनकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. दांतारामगढ़ एसएचओ मदन कड़वासरा बताया कि फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर और धमकी देने के मामले में ये गिरफ्तारी हुई है
एसएचओ कड़वासरा ने बताया कि पुलिस ने मामले में तीन शातिर आरोपी शंकर लाल कुमावत पुत्र राम चंद्र कुमावत निवासी दांता, विनोद कुमावत पुत्र मांगीलाल एवं विजय कुमावत पुत्र बजरंग लाल कुमावत निवासी गोगावास को दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बटाया की परिवादी राधेश्याम सैनी ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया था कि शंकर लाल कुमावत पुत्र राम चंद्र कुमावत दांता अपने मोबाइल नंबर से परिवादी के नाबालिग भतीजे रोहित के मोबाइल नंबर पर एवं इंस्टाग्राम पर अनीता नाम की आईडी बनाकर धमकियां देता है, कि तेरे घर पर पुलिस की गाड़ी आकर तेरे को गिरफ्तार कर लेगी और मैं तुझे बलात्कार के मुकदमे में जेल भिजवा दूंगा.
आरोपियों ने परिवादी के भतीजों को ब्लैकमेल करते हुए 2 लाख रुपए की मांग की गई. परिवादी की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर सहायक उप निरीक्षक पूरणमल के नेतृत्व में हेड कॉन्स्टेबल फूलचंद कॉन्स्टेबल मदनलाल, सुभाष कुमार और महेश कुमार की विशेष टीम गठित कर आरोपी की तलाश शुरू की. जिस पर पुलिस ने मामले में तीन शातिर आरोपी शंकर लाल कुमावत पुत्र राम चंद्र कुमावत निवासी दांता, विनोद कुमावत पुत्र मांगीलाल एवं विजय कुमावत पुत्र बजरंग लाल कुमावत निवासी गोगावास को दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया. एसएचओ मदन कड़वासरा ने बताया कि आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है और अन्य कई ठगी के मामलों का भी खुलासा हो सकता है.
विकलांगों को भी नहीं बक्शा
एसएचओ मदन कड़वासरा ने बताया कि आरोपी शंकर लाल कुमावत ने एक गैंग बना रखी है, जो लोगों को लालच देकर या फिर ब्लैकमेल कर हजारों रुपए ठग चुके हैं. एसएचओ बताया कि अरोपी शंकर लाल कुमावत और उसके साथियों ने विकलांग और मजबूर लोगों को सरकारी सहायता दिलाने एवं विकलांग को ट्राई साइकिल उपकरण दिलाने के नाम पर हजारों रुपए ठगने के मामले पुलिस थाने में सामने आए हैं.
आरोपी शंकर लाल कुमावत के खिलाफ पूर्व में भी विकलांग को ट्राई साइकिल दिलाने का झांसा देकर पैसे ठगने का मामला दर्ज है, हालांकि उक्त मामले में परिवादी के साथ समझौता हो जाने पर आरोपी कानून के शिकंजे से बच निकला. लेकिन लगातार अपने गिरोह के माध्यम से कई लोगों को ठगी का शिकार बनाता रहा और आज फिर पुलिस के शिकंजे में आ गए.
फर्जी महिला बन कर किया ब्लैकमेल
एसएचओ मदन कड़वासरा ने बताया कि आरोपी शंकरलाल कुमावत ने परिवादी के नाबालिग भतीजों को ब्लैकमेल करने के लिए अनीता नाम की फर्जी परिवादी दांतारामगढ़ उपखंड अधिकारी के समक्ष नाबालिग भतीजों के खिलाफ छेड़छाड़ की झूठी रिपोर्ट पेश की थी और रिपोर्ट में फर्जी बयान भी दिए. लेकिन अनीता नाम की महिला को पेश नहीं किया. जिस पर संदेह होने पर पता चला कि इस नाम की कोई भी महिला दांता में नहीं है. वही शंकरलाल ही अपने आप को दिल्ली पुलिस में प्रदीप कुमार नाम से एएसआई बता कर परिवादी के भतीजे को धमका रहा था. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
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