Khatu Shyam Ji: सफेद रंग में सजा खाटू श्याम जी का दरबार, खीर का लगा भोग
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2476539

Khatu Shyam Ji: सफेद रंग में सजा खाटू श्याम जी का दरबार, खीर का लगा भोग

Khatu Shyam Ji: सीकर में खाटू श्याम जी का भव्य मंदिर है, जहां रोजाना भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है. बाबा को श्रृंगार आरती के समय बाबा को विशेष रंग के फूलों से सजाया गया.

Khatushyamji

Khatu Shyam Ji: राजस्थान के सीकर में खाटू श्याम जी का भव्य मंदिर है, जहां रोजाना भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है. ऐसे में इनदिनों बाबा के दरबार में लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ रही हैं. 

यह भी पढ़ेंः बिना आटे के दीये के अधूरी है करवा चौथ की पूजा, सुहागिनें जान लें महत्व

शरद पूर्णिमा के अवसर खाटू श्याम दरबार में संध्या आरती के वक्त विशेष श्रृंगार किया गया. इससे पहले बाबा को श्रृंगार आरती के समय बाबा को विशेष रंग के फूलों से सजाया गया. बाबा के दरबार में हरियाणा, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता समेत दूर-दूर से श्रद्धालु खाटू आए. 

 
शरद पूर्णिमा पर बाबा श्याम को सफेद रंग के फूलों से सजाया गया. साथ ही चांदी और रत्न जड़ित श्वेत मुकुट बाबा को पहनाया गया. सफेद रंग के फूलों से सजे बाबा श्याम के दर्शन कर भक्त मोहित हो गए.  

बता दें कि शरद पूर्णिमा पर साल में एक ही बार बाबा का श्वेत श्रृंगार होता है. इस दौरान बाबा श्याम का पूरा गर्भ गृह श्वेत रंग में रंग जाता है. 

शरद पूर्णिमा पर बाबा श्याम को भोग आरती के वक्त खीर का भोग लगाया गया. इसके बाद खीर प्रसाद के रूप में भक्तों में बांटी गई. शरद पूर्णिमा पर खाटूश्याम जी मंदिर भक्तों के लिए देर रात खुला रहा. बाबा के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं. 

बता दें कि खाटू श्याम बाबा भगवान कृष्ण का अवतार कहलाते हैं. खाटू श्याम का असली नाम बर्बरीक है, जिसकी कहानी महाभारत युद्ध से जुड़ी हुई है. बर्बरीक के पास तीन ऐसी तीर थे, जो पूरे युद्ध को पलट सकते थे.

ऐसे में भगवान कृष्ण ने ब्राह्मण का रूप धारण किया और शीश दान में मांग लिया.  बर्बरीक ने भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दे दिया, तब कृष्ण ने प्रसन्न होकर बर्बरीक को कलयुग में श्याम के नाम से पूजे जाने का वरदान दिया. 

Trending news