Raju Thehat murder in Sikar : राजू ठेहट की सीकर में लॉरेंस विश्नोई गुर्गों ने हत्या कर दी. रोहित गोदारा ने जिम्मेदारी ली. कहा- आनंदपाल सिंह ( Anandpal singh ) और बलवीर बानूड़ा ( Balveer banuda ) की मौत का बदला लिया है. लेकिन राजस्थान पुलिस ने 24 घंटे के अंदर 5 बदमाशों को पकड़ लिया. कैसे चला ये पूरा ऑपरेशन
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Raju Thehat murder sikar : सीकर में राजू ठेहट की हत्या के बाद बदमाश वहां ताराचंद नाम के युवक की गाड़ी लेकर फरार हो गए. ताराचंद कड़वासरा ने गाड़ी देने से मना किया तो बदमाशों ने उसे भी गोली मार दी. यहां से निकलते ही बदमाशों ने अपने मोबाइल फोन तोड़ दिए ताकि पीछा कर रही राजस्थान पुलिस ( Rajasthan police ) उनको पकड़ न पाए. ताराचंद की अल्टो कार लेकर बदमाश जतिन वर्मा, सतीश मेघवाल और मनीष जाट वहां से भाग निकले.
बदमाश यहां से हरियाणा के भिवानी जाने की तैयारी में थे ताकि फरारी वहां काटी जा सके. लेकिन राजस्थान पुलिस के अलर्ट होने से वो राजस्थान सीमा को पार नहीं कर पाए. ताराचंद की अल्टो कार लेकर वो पिपराली के नला का बालाजी तक गए. वहां से क्रेटा कार में सवार हो गए. क्रेटा गाड़ी पर फर्जी नंबर प्लेट भी लगी हुई थी. पुलिस ने जब नंबर प्लेट के आधार पर जयपुर में मालिक को पकड़ा तो पता चला कि वो गाड़ी तो जयपुर में ही खड़ी है. राजू ठेहट की हत्या के बाद बदमाशों के लिए क्रेट कार लेकर विक्रम गुर्जर उर्फ विक्रम बामरड़ा पहले से वहां खड़ा था
नला का बालाजी के बाद आगे पुलिस नाकेबंदी होने की वजह से बदमाशों ने गाड़ी को गांव ढ़ाणियों से होते हुए कच्चे रास्तों में डाल दिया. यहां से वो झुंझुनूं की ओर जा रहे थे. इसी बीच बबाई में इनका पुलिस से सामना हुआ तो पुलिस पर फायरिंग कर दी. खेतड़ी के बबाई में पुलिस पर तीन फायर कर इन बदमाशों ने कार को डाबला नदी में उतार दिया. लेकिन नदी में गाड़ी का चैंबर टूट गया जिसके बाद कार वहीं छोड़नी पड़ी. पांच बदमाशों में से मनीष और विक्रम नीमकाथाना की ओर भागे और बाकी तीनों शूटर यहां से गुढ़ागौड़जी की तरफ निकले.
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पुलिस बदमाशों के पीछे लगी हुई थी. रात करीब डेढ़ बजे राजस्थान-हरियाणा ( Rajasthan haryana ) बॉर्डर पर डाबला के पास विक्रम गुर्जर बामरड़ा और मनीष जोरावाली को पकड़ लिया. विक्रम और मनीष से पूछताछ की तो जानकारी मिली कि तीनों शूटर झुंझुनूं ( Jhunjhunu ) में पौंख गांव के पास पहाड़ी इलाके में छिपे हुए है. उनके पास हथियार भी है. जिसके बाद पुलिस ने इनको पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया. पुलिस ने बदमाशों को रात में ही घेर तो लिया लेकिन दिन उगने तक का इंतजार किया. सुबह पुलिस जैसे ही पहाड़ी पर चढ़ने लगी तो बदमाशों ने उस पर फायरिंग कर दी. फायरिंग करने वालों में धाड़वा निवासी सतीश मेघवाल और जतिन कुम्हार थे. पुलिस की फायरिंग में दोनों के पांव पर गोली लगी. वो नीचे गिरे और पुलिस ने पकड़ लिया. इनके साथ एक नाबालिग आरोपी को भी पुलिस ने पकड़ा.
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