Dantaramgarh: सीकर जिले के खाटूश्यामजी कस्बे में प्रसिद्ध बाबा श्याम के कार्तिक शुक्ल पक्ष की देवउठनी एकादशी को आयोजित होने वाले बाबा श्याम जन्मोत्सव को लेकर श्री श्याम मंदिर कमेटी और प्रशासन ने मिलकर सामूहिक तैयारियां शुरू कर दी है.
Trending Photos
Dantaramgarh: सीकर जिले के खाटूश्यामजी कस्बे में प्रसिद्ध बाबा श्याम के कार्तिक शुक्ल पक्ष की देवउठनी एकादशी को आयोजित होने वाले बाबा श्याम जन्मोत्सव को लेकर श्री श्याम मंदिर कमेटी और प्रशासन ने मिलकर सामूहिक तैयारियां शुरू कर दी है.
बाबा श्याम के जन्मोत्सव पर देश के कोने-कोने से लाखों श्याम भक्त बाबा श्याम के दरबार में पहुंचकर बाबा का जन्मोत्सव मनाते हैं. बाबा श्याम के जन्मोत्सव पर श्रद्धालु देवउठनी एकादशी बाबा श्याम के विशेष आकर्षक श्रृंगार दिल्ली से आए सतरंगी फूलों से मनमोहक श्रृंगार कर केक और 56 भोग झांकी सजाकर भोग लगाया जाता है.
वहीं रात में 12 बजे ही आतिशबाजी कर बाबा के जन्मोत्सव मनाएंगे. वहीं इस अवसर पर प्रसिद्ध भजन गायककारों द्वारा बाबा के भजनों की प्रस्तुतियां दी जाएगी. करीब चार लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु बाबा के दरबार में पहुंच कर शीश नवाकर पूजा-अर्चना करेंगे. बाबा श्याम के फाल्गुन मेले के बाद यह दूसरा बड़ा मासिक मेला होता है.
बाबा के जन्मोत्सव मासिक मेले को लेकर एसडीएम ने ली बैठक
मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय में मेले की तैयारियों को लेकर उपखंड अधिकारी और मेला मजिस्ट्रेट प्रतिभा वर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों और श्री श्याम मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक ली. जिसमें सहायक मेला मजिस्ट्रेट विपुल चौधरी और सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर एएसपी रतनलाल भार्गव के निर्देशन में डीवाईएसपी विजय सिंह, थाना अधिकारी सुभाष चंद्र के नेतृत्व में सुरक्षा के 350 पुलिस के अधिकारी और जवान 300 होमगार्ड्स और 300 श्री श्याम मंदिर कमेटी के सिक्योरिटी गार्ड और सीकर महिला थाना अधिकारी कमल कुमार के निर्देशन में ट्रेफिक व्यवस्था और दर्शन व्यवस्था कराने में सहयोग देंगे.
यह भी पढ़ें - PM Modi Live Today: मानगढ़ के मंच से PM ने की CM गहलोत की तारीफ, बोले- अशोक गहलोत मोस्ट सीनियर है
इसके साथ ही 8 अगस्त को घटित घटना को मध्यनजर रखते हुए एसडीएम वर्मा ने सख्य व्यवस्थाओं को अंजाम देने के आदेश दिए. बाबा श्याम के जन्मोत्सव को लेकर जिक जैक सहित सभी व्यवस्थाएं विभाग के अधिकारी करने में जुट गए हैं. नगर पालिका प्रशासन द्वारा सफाई व्यवस्था, अतिक्रमण हटाना, आवारा पशुओं को गौशाला में भेजनाउपखंड अधिकारी, चिकित्सा विभाग द्वारा श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने सहित अनेक व्यवस्थाएं की जा रही है.
खबरें और भी हैं...
8 नवंबर को जिंदगी में बड़ी उथल-पुथल मचाएगा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, जानें शांति उपाय