अनूपगढ़ में शिक्षकों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की, सड़क को किया जाम, MLA ने SDM को लगाई फटकार
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1768903

अनूपगढ़ में शिक्षकों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की, सड़क को किया जाम, MLA ने SDM को लगाई फटकार

Clash between teachers and police in Anupgarh​: अनूपगढ़ में आज सैंकड़ो शिक्षकों के द्वारा बीएलओ के कार्य और गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने की मांग को लेकर उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान प्रशासन और शिक्षकों के बीच एक बार स्थिति तनावपूर्ण हो गई.

अनूपगढ़ में शिक्षकों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की, सड़क को किया जाम, MLA ने SDM को लगाई फटकार

Clash between teachers and police in Anupgarh​: अनूपगढ़ में आज सैंकड़ो शिक्षकों के द्वारा बीएलओ के कार्य और गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने की मांग को लेकर उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान प्रशासन और शिक्षकों के बीच एक बार स्थिति तनावपूर्ण हो गई. तनाव की स्तिथि पैदा होने पर लगभग 2 घंटों तक शिक्षकों ने मुख्य सड़क को जाम रखा.

शिक्षकों ने निकाला रोष मार्च

बीएलओ के कार्य और गैर शैक्षणिक कार्यो से मुक्त करने की मांग को लेकर आज गुरुवार को शाम लगभग 4 बजे शिक्षकों के द्वारा पीडब्ल्यूडी कार्यालय से लेकर श्री गणेश मंदिर तक रोष मार्च निकाला गया. सैकड़ों की संख्या में शिक्षक रोष मार्च निकालते हुए उपखंड कार्यालय पहुंचे. रोष मार्च के दौरान शिक्षकों ने स्थानीय प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. शिक्षकों ने बताया कि गैर शैक्षणिक कार्यों में शिक्षकों की ड्यूटी लगाए जाने से सरकारी विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. शिक्षक बच्चों को नहीं पढ़ा पा रहे. शिक्षकों ने प्रशासन व सरकार से मांग की है कि उन्हें बच्चों को पढ़ाने दिया जाए ताकि बच्चों का भविष्य बन सके.

प्रशासन और शिक्षकों के बीच हुई धक्का-मुक्की

सैंकड़ो की संख्या में शिक्षक रोष मार्च निकालते हुए उपखंड कार्यालय के बाहर पहुंचे मगर प्रशासन के आदेश अनुसार उपखंड कार्यालय के मुख्य गेट को पुलिस प्रशासन के द्वारा बंद कर दिया गया. ओपन करेले का मुख्य गेट बंद किए जाने पर शिक्षक भड़क गए और शिक्षक वर्ग उक्त कार्यालय में जाने की जिद करने लग गया इस बीच पुलिस प्रशासन और शिक्षकों के बीच धक्का-मुक्की हो गई. उपखंड कार्यालय में नहीं आने देने के कारण शिक्षक प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उपखंड कार्यालय के बाहर मुख्य सड़क पर बैठ गए. शिक्षकों के द्वारा सड़क पर बैठ जाने पर सड़क पर जाम लग गया. सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर भारी पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया.

विधायक पहुंची धरना स्थल पर

विधायक संतोष बावरी को जब शिक्षकों के आंदोलन के बारे में सूचना मिली तो सूचना मिलते ही विधायक संतोष बावरी शिक्षकों के बीच धरना स्थल पर पहुंची और प्रशासन तथा सरकार को जमकर कोसा विधायक संतोष बावरी ने कहा कि एसडीएम प्रियंका तलानिया का व्यवहार शिक्षकों के प्रति दुर्भाग्यपूर्ण है. शिक्षक तथा विधायक एसडीएम को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़ गए. शिक्षकों ने एसडीएम पर हठधर्मिता,दबाव बनाने और शिक्षकों को अनदेखा करने का भी आरोप लगाया.

लगभग 1 घंटे बाद पहुंची एसडीएम धरना स्थल पर

सड़क जाम करने के बाद धरना स्थल पर विधायक सहित अन्य वक्ताओं ने बीएलओ के कार्य तथा गैर शैक्षणिक कार्य से हटाने की मांग को लेकर स्थानीय प्रशासन और सरकार को जमकर कोसा. लगभग 1 घंटे बाद एसडीएम प्रियंका तलानिया पुलिस जाब्ते के साथ उपखंड कार्यालय के मुख्य गेट पर पहुंची. मुख्य गेट पर पहुंचने के पश्चात शिक्षकों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

विधायक ने एसडीएम को लगाई जमकर फटकार

1 घंटे बाद एसडीएम प्रियंका चलानिया के धरना स्थल पहुंचने पर विधायक संतोष बावरी ने उन्हें जमकर फटकार लगा. विधायक संतोष बावरी ने कहा कि जब प्रशासन शिक्षक वर्ग की ही नहीं सुन रहा है तो आम जनता की क्या सुनेगा. विधायक ने आरोप लगाया है कि प्रशासन की हठधर्मिता और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के कारण अध्यापकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा है. विधायक ने आरोप लगाया है कि आज शिक्षकों के आंदोलन के दौरान एक महिला अध्यापक के कपड़े फट गए और एक महिला अध्यापक के हाथ पर चोट लगी है. फटकार लगाने के बाद विधायक संतोष बावरी और शिक्षकों ने उपखंड अधिकारी प्रियंका तलानिया को विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा.

ये भी पढ़ें- Contest : कल उठेगा गहलोत के जादुई पिटारे से पर्दा, Video-Reel बना कर रोज जीत सकेंगे लाखों रुपये

40 मिनट चली वार्ता

ज्ञापन सौंपने के बाद शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल और उपखंड अधिकारी प्रियंका तलानिया के मध्य उनके कार्यालय में वार्ता हुई. वार्ता के दौरान उपखंड अधिकारी ने शिक्षकों को आश्वस्त किया है कि गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करवाने के लिए वे उच्च अधिकारियों को पत्र लिखेगी तथा जो अध्यापक अधिक उम्र के हैं उन्हें बीएलओ के कार्य से मुक्त किया जाएगा. शिक्षकों ने बताया कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती उनका कार्य का बहिष्कार जारी रहेगा. लगभग 4 घंटे चले आंदोलन को शिक्षकों ने वार्ता के बाद समाप्त कर दिया.

Trending news