जलदाय विभाग के अधिकारियों की ये बड़ी लापरवाही, लोग मौत के साये में जिंदगी जीने को मजबूर
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जलदाय विभाग के अधिकारियों की ये बड़ी लापरवाही, लोग मौत के साये में जिंदगी जीने को मजबूर

सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने रिपोर्ट बनाकर जिला प्रशासन और सरकार तक भिजवा दी है लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है इन परिवारों के रहने के अब तक कोई सुरक्षित इंतजाम नहीं हुए हैं. 

जलदाय विभाग के अधिकारियों की ये बड़ी लापरवाही, लोग मौत के साये में जिंदगी जीने को मजबूर

Tonk: टोंक जिले के विश्व प्रसिद्ध कल्याणधणी के डिग्गी के कस्बे के एक दर्जन परिवार पिछले एक महीने से मौत के साये में जिंदगी जीने को मजबूर हो रहे है. जलदाय विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते इनके मकानों में दरारे आ गई है. कलेक्टर से लेकर विधायक तक सभी ने हालातों का जायजा भी ले लिया लेकिन अब तक आश्वासनों के अलावा इन परिवाजनों को कुछ नहीं मिला है. किसी के परिवार में प्रसूता है तो किसी के बुजुर्ग मां-बाप. रात को सोते है तो मौत की इतनी दहशत रहती है कि उठ उठकर खुद को सम्भालते है कि हां मै जिंदा हूं और मकान सलामत है.

टोंक जिले के डिग्गी में विश्व प्रसिद्ध कल्याण मंदिर के पास श्री कल्याण कॉलोनी में पेजयल लाइन में हो रहे रिसाव के कारण मकानों में दरारें आ गई.कई मकानों की छत की पट्टियां भी टूट गई. मोहल्लेवासियों ने अब तक जलदाय विभाग से लेकर जिला कलेक्टर और जलदाय मंत्री तक से गुहार लगाई है लेकिन मंत्री से लेकर अधिकारी तक सिर्फ आश्वासन देकर ही पीड़ितों को टरका रहे हैं.

 

पिछले दो महीनों से कस्बे के पीड़ित बाशिंदे जान जोखिम में डाल कर घरों में जिंदगी जीने को मजबूर हैं. आज भी जिला कलेक्टर चिनमयी गोपाल से गुहार लगाने टोंक पहुंचे तो पीड़ितों ने अपनी पीड़ा रो रोकर बयान की. हालांकि अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने तुरन्त ही जलदाय विभाग के अधिकारियों को बुलाकर पूरे मामले की जानकारी ली और शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया है. आपकों बता दें मकानों में दरारों के बाद जलदाय विभाग की जेईएन हंसा चौधरी व जलदायकर्मी व डिग्गी पुलिस भी मौके पर पहुंच मौका स्थिति देख चुके हैं.

सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने रिपोर्ट बनाकर जिला प्रशासन और सरकार तक भिजवा दी है लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है इन परिवारों के रहने के अब तक कोई सुरक्षित इंतजाम नहीं हुए हैं. वहीं बीते दिनों सूचना पाकर मालपुरा विधायक कन्हैया लाल चौधरी भी मौके पर पहुंचे. तहसीलदार को टूटे मकानों में रहने वालों को दूसरी जगह शिफ्टिंग करने व पीड़ितों को उचित मुआवजा राशि दिलाने को लेकर कलेक्टर चिन्मय गोपाल निवेदन किया है.

उन्होंने कहा कि जो भी मुआवजा राशि मिल सके वह जल्द से जल्द दिलवाने का प्रयास करेंगे. मौके पर डिग्गी नायब तहसीलदार कैलाश नारायण मीणा, पटवारी अनिल चौधरी, एएसआई भंवर लाल गुर्जर आदि मौजूद थे. इसके बाद जिला कलक्टर चिन्मय गोपाल ने भी जलदाय विभाग की पाइप लाइन से पानी के रिसाव के चलते मकानों में आई दरारों का जायजा लिया. पीड़ितों की ओर से गत दिनों जलदाय विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों को मामले से अवगत करवाने के बावजूद मामले को गंभीरता से नहीं लिया. इस पर पीड़ितों ने जिला कलक्टर को शिकायत की थी.

इस पर कलेक्टर चिन्मय गोपाल ने डिग्गी पहुंच श्री कल्याण कॉलोनी में मकानों में आई दरारों का जायजा लिया. इस दौरान वह पीड़ित परिवारों से मिली और उनकी समस्याएं सुनकर हर संभव सहायता का भरोसा दिया. उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए विभाग के अधिशासी अभियंता को चार्जशीट देने के आदेश जारी किए. वहीं उपखंड अधिकारी रामकुमार वर्मा को भी मामले को गंभीरता से नहीं लेने पर फटकार लगाई. इस दौरान पीडि़तों ने मकानों में आई दरारों के बारे में जानकारी दी.

जिला कलेक्टर ने नायब तहसीलदार कैलाश नारायण मीणा को जिन मकानों में दरारे आई उनमें रहने वाले परिवारों को धर्मशालाओं में ठहराने की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे. साथ ही जिला कलेक्टर ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशाषी अभियंता कोमल सिंह सिनसिनवार के विरुद्ध पाइप लाइन लीकेज के बाद भी राजकार्य के प्रति उदासीनता बरतने पर सख्त एक्शन लिए जाने की बात कही थी लेकिन अब तक ना तो लापरवाही पर अफसरों के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई ना ही पीड़ितों को मदद मिली.

Reporter-Purshottam Joshi

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