शांता का कहना है कि उसने शादी के बाद अपनी तनख्वाह से खर्चा कर पति रमेश की पढ़ाई पूरी करवाई, जिसकी बदौलत रमेश की भी 2017 में सरकारी नौकरी लग गई.
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Dungarpur: जिले में पति के अत्याचारों से परेशान एक विवाहिता ने पुलिस में मामला दर्ज कराया लेकिन 3 माह से अधिक का समय गुजरने के बावजूद कार्यवाही नहीं होने से विवाहिता अपने बच्चों को लेकर न्याय के लिए भटक रही है.
शनिवार को विवाहिता अपनी 3 साल की बेटी को लेकर एसपी कार्यालय पहुंची और एसपी से न्याय की गुहार लगाई.
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पीड़िता शांता यादव (Shanta Yadav) ने बताया कि उसकी शादी वर्ष 2008 में नोलियावाड़ा निवासी रमेश चंद्र यादव से हुई थी. शादी के वक्त रमेश बेरोजगार था जबकि शांता जैसलमेर (Jaisalmer) में एएनएम के पद पर नौकरी कर रही थी.
पत्नी की मेहनत पर लगी पति का सरकारी नौकरी
शांता का कहना है कि उसने शादी के बाद अपनी तनख्वाह से खर्चा कर पति रमेश की पढ़ाई पूरी करवाई, जिसकी बदौलत रमेश की भी 2017 में सरकारी नौकरी लग गई. शांता ने आरोप लगाया कि शादी के कुछ वर्षों बाद ही रमेश का अन्य महिला से प्रेम प्रसंग शुरू हो गया, जिसकी वजह से वो उसे परेशान करने लगा. वहीं, अब रमेश बांसवाड़ा में लाइब्रेरी टीचर के पद पर नौकरी करते हुए अन्य महिला के साथ रह रहा है.
पीड़िता ने लगाई गुहार
शांता ने बताया कि करीब एक साल पहले उसका तबादला जैसलमेर से डूंगरपुर हो गया और वह अपने 2 बच्चों सहित ससुराल में रहने लगी लेकिन दूसरी महिला से संबंध होने के कारण रमेश ने 5 जुलाई को उसे और दोनों बच्चो को शराब के नशे में मारपीट करते हुए घर से निकाल दिया.
मामले को लेकर पीड़िता शांता ने चितरी थाने में दहेज प्रताड़ना, धोखाधड़ी और स्त्रीधन हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया है लेकिन 3 माह से अधिक का समय गुजरने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की है. मामले में पीड़िता ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है.
Reporter- Akhilesh Sharma