उदयपुर में 'नरभक्षी बघेरे' (पैंथर) को मारने के आदेश दिए गए हैं. वन विभाग ने बघेरे को शूट करने के आदेश दे दिए हैं. इस सम्बंध में वन विभाग के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक पीके उपाध्याय ने आदेश जारी कर दिए हैं.
प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरिजीत बनर्जी ने बताया कि शुरुआत में बघेरे को पिंजरे में फंसाने या ट्रेंकुलाइज करने का प्रयास किया जाएगा. ऐसा नहीं होने पर बघेरे को शूट करने के आदेश दिए गए हैं. हालांकि किसी भी वन्यजीव को मारने का फैसला आसान नहीं है, लेकिन जिस तरह लगातार 6 घटनाओं में बघेरे ने जान ली है, वह असहनीय है. बघेरे को मारने का फैसला NTCA के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के तहत लिया गया है.
बता दें कि प्रदेश के वन राज्य मंत्री संजय शर्मा बीकानेर के दौरे पर है. जहां मंत्री ने कहा कि हिरण एवं अन्य वन्य जीवों के शिकार को लेकर सख्त हैं. आदमखोर पैंथर के खिलाफ शूट एट साइट का ऑर्डर जारी कर दिए गए हैं. 7 शिकार के बाद अब ये निर्णय लिया गया.
बता दें कि राजस्थान के उदयपुर जिले में पैंथर की दहशत देखने को मिल रही है. पैंथर ने 7 लोगों पर हमला कर उन्हें अपना निवाला बनाया. पिछले 11 दिनों में पैंथर ने 7 लोगों पर हमला किया. इनमें एक मंदिर के पुजारी भी शामिल हैं जिसे पैंथर ने शिकार बनाया. मंदिर के कुछ ही दूरी पर पुजारी का शव पड़ा मिला.
बीते दिनों ही उदयपुर मजावद के कुंडाऊ क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई. जहां एक पैंथर ने 5 साल की लड़की सूरज का शिकार कर लिया. मासूम लड़की घर के बाहर खेल रही थी. जब पैंथर उसे उठा कर जंगल में ले गया. ग्रामीणों ने जब मासूम को नहीं पाया, तो वे इकट्ठा होकर जंगल में खोजबीन करने लगे. पुलिस और वन विभाग को सूचना दी गई. गोगुंदा थाना अधिकारी शैतान सिंह नाथावत, वन विभाग के अधिकारी और तहसीलदार ओम सिंह लखावत मौके पर पहुंचे.
स्थानीय सरपंच लहरी बाई भी मौके पर पहुंचीं. इस घटना ने ग्रामीणों को झकझोर दिया है, क्योंकि इससे पहले भी छाली में आदमखोर पैंथर ने 3 लोगों का शिकार किया था. उस समय वन विभाग ने 2 पैंथर्स को पिंजरे में कैद किया था. उदयपुर में पैंथर का आंतक निरंतर जारी है. अभी कुछ और पिंजरे जंगल में लगाए गए हैं और कुछ और पैंथर्स के पिंजरों में कैद होने की संभावना है.
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