'उदयपुर नव संकल्प ऐलान', राहुल ने कांग्रेस पार्टी के सिद्धांतों को लेकर कही ये बड़ी बात
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'उदयपुर नव संकल्प ऐलान', राहुल ने कांग्रेस पार्टी के सिद्धांतों को लेकर कही ये बड़ी बात

'राजनितिक समूह' ने मौजूदा विषम परिस्थितियों में 'भारतीयता की भावना' व 'वसुधैव कुटुंबकम' के सिद्धांतों को हर कांग्रेसजन द्वारा आत्मसात करने पर बल दिया.

राहुल गांधी

Udaipur: 'राजनितिक समूह' ने मौजूदा विषम परिस्थितियों में 'भारतीयता की भावना' व 'वसुधैव कुटुंबकम' के सिद्धांतों को हर कांग्रेसजन द्वारा आत्मसात करने पर बल दिया.

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‘भारतीय राष्ट्रवाद’ही कांग्रेस का मूल चरित्र है और इसके विपरीत, भाजपा का छद्म राष्ट्रवाद सत्ता की भूख पर केंद्रित है. हर कांग्रेसजन का कर्तव्य है कि वह इस अंतर को जन-जन तक पहुंचाए. आज सत्तासीन दल द्वारा भारतीय संविधान, उसमें निहित सिद्धांतों व अधिकारों तथा बाबा साहेब अंबेडकर की सोच पर षडयंत्रकारी हमला बोला गया है.

संवैधानिक अधिकारों पर आक्रमण का पहला आघात देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं व गरीबों को पहुंचा है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का संकल्प है कि सभी कांग्रेसजन गांधीवादी मूल्यों व नेहरू जी के आज़ाद भारत के सिद्धांत की रक्षा हेतु हर हालत में संघर्षरत रहेंगे. साथ-साथ, नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने वाली सभी संवैधानिक संस्थाओं को भी सत्ता के हित साधने के लिए कमजोर व निष्प्रभावी बना दिया गया है. 

इन विघटनकारी ताकतों से लोहा लेने हेतु कांग्रेस संगठन के साथ-साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सभी सामाजिक, सांस्कृतिक, गैर सरकारी संगठनों, ट्रेड यूनियन, थिंक टैंक व सिविल सोसायटी समूहों से व्यापक संपर्क और संवाद स्थापित करेगी, जहां भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को अपने संगठन की शक्ति व बल बूते के आधार पर हर जगह जमीनी पकड़ पैदा करनी है. वहीं राष्ट्रीयता की भावना व प्रजातंत्र की रक्षा हेतु भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सभी समान विचारधारा के दलों से संवाद व संपर्क स्थापित करने को कटिबद्ध है और राजनैतिक परिस्थितियों के अनुरूप जरूरी गठबंधन करने के रास्ते खुले रखेगी.

भारत की संप्रभुता व भूभागीय अखंडता पर चीन द्वारा अतिक्रमण को कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. लद्दाख में भारतीय सैनिकों की शहादत को हम सलाम करते हैं. इस पूरे मामले पर केंद्र सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित न होना व प्रधानमंत्री की रहस्यमयी चुप्पी देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है. कई दौर की वार्ता के बावजूद चीन द्वारा भारत की सरजमीं से अनधिकृत कब्जा न छोड़ना अपने आप में भारत की अखंडता को चुनौती है. भाजपा द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा से किया जा रहा यह खिलवाड़ अस्वीकार्य है.

उत्तर-पूर्व के शांतिप्रिय प्रांतों में अलगाववाद व उग्रवाद का विस्तार अति चिंताजनक है। राजनैतिक स्वार्थों हेतु असम-मिज़ोरम-मेघालय सीमा विवाद, नागालैंड - मणिपुर राष्ट्रीय राजमार्ग का लंबे समय तक बंद रहना, रहस्यमयी नागा शांति समझौते का 2019 से क्रियान्वयन न हो पाना व पूरे उत्तर-पूर्व में सत्ता प्राप्ति हेतु सामाजिक व राजनैतिक अस्थिरता का माहौल पैदा कर देना भाजपा की नाकामियों को दर्शाता है.

जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति बदल पूर्ण राज्य का दर्जा छीन लेना, प्रांत को केंद्रीय शासित दर्जे में तब्दील कर देना, प्रांतीय विधानसभा की बहाली न कर चुनाव न करवाना, जम्मू-कश्मीर के लोगों से वोट का अधिकार छीन लेना, जम्मू-कश्मीर में त्रुटिपूर्ण डिलिमिटेशन लागू करना, अस्थिरता व असुरक्षा के माहौल के चलते उग्रवादियों द्वारा सुरक्षा बलों व कश्मीरी पंडितों सहित हजारों मासूम नागरिकों को निशाना बनाकर उनकी हत्या करना अपने आप में केंद्र सरकार की गंभीर नाकामी का परिचायक है.

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कड़े शब्दों में भाजपा-आरएसएस द्वारा देश में सांप्रदायिक विभाजन फैलाने के एजेंडा की निंदा करती है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस धर्म, भाषा, जाति, रंग व क्षेत्रवाद के आधार पर अल्पसंख्यकों, गरीबों व वंचितों को निशाना बना वोट बटोरने की राजनीति का सिरे से खंडन करती है. केंद्र सरकार द्वारा देश के संघीय ढांचे पर हमला तो और भी खतरनाक है. बार-बार प्रांतों के अधिकार क्षेत्र पर गैरकानूनी व अनैतिक अतिक्रमण करना भाजपाई सत्ता का स्वभाव बन गया है. यहां तक कि राज्यपाल के पद का दुरुपयोग अब भाजपाई सत्ता सिद्धी के लिए खुलेआम किया जाता है व संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. राष्ट्रहित में इन सब अनैतिक कृत्यों का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कड़ा विरोध करेगी.

 

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