Dungarpur: गांव का विकास जीरो, ग्राम विकास अधिकारी ने 80 लाख से अधिक राशि उड़ाई
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Dungarpur: गांव का विकास जीरो, ग्राम विकास अधिकारी ने 80 लाख से अधिक राशि उड़ाई

पंचायत के सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी ने बिना काम करवाए ही 80 लाख से अधिक के सामग्री मद का भुगतान उठा लिया है.

प्रतिकात्मक तस्वीर.

Dungarpur: डूंगरपुर जिले की लाइफ लाइन कही जाने वाली महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MANREGA) अब भ्रष्टाचार की योजना बन कर रह गई है. धनगांव, अंबाडा ओर माड़ा ग्राम पंचायत के बाद अब रघुनाथपुरा ग्राम पंचायत (Raghunathpura Gram Panchayat) से भी मनरेगा योजना में भारी भ्रष्टाचार करने का मामला सामने आया है. जहां पर पंचायत के सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी ने बिना काम करवाए ही 80 लाख से अधिक के सामग्री मद का भुगतान उठा लिया है.

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दोवडा पंचायत समिति (Dovda Panchayat Samiti) की ग्राम पंचायत रघुनाथ पूरा, जहां जनवरी 2020 में हुए पंचायतराज चुनाव (Panchayat Election) के दौरान पंचायत में नए सरपंच का निर्वाचन हुआ. नए सरपंच के डेढ़ साल के कार्यकाल में गांव में लाखों रुपये के विकास कार्य स्वीकृत हुए. जिसमें से कुछ काम को तो पूरा बताकर सामग्री मद का भुगतान उठा लिया गया तो कुछ कार्य प्रगतिरत बताए गए है. सामग्री मद के उठाये गए भुगतान की राशि 80 लाख से अधिक है.  इधर गांव के निवर्तमान सरपंच रहे सुखलाल अहारी (Sukhlal Ahari) का कहना है कि वर्तमान सरपंच ओर ग्राम विकास अधिकारी (Village Development Officer) ने तकनीकी अधिकारियों के साथ मिलकर इन विकास कार्यो में भारी भ्रष्टाचार किया है. पूर्व सरपंच सुखलाल ने बताया कि पिछले डेढ़ साल में जो कार्य करवाकर भुगतान उठाया गया उनमें से ज्यादातर विकास कार्य उन्होंने अपने कार्यकाल मे पहले ही करवा दिए थे. इतना ही नही जो नए कार्य स्वीकृत हुए है उन्हें भी पूरा किये बिना ही भुगतान उठा लिया गया है.

इन विकास कार्यो को पूरा बताकर और पुनः स्वीकृत करवाकर भ्रष्टाचार करते हुए सामग्री मद की राशि उठा ली गई है.

  •  मोडल तालाब खजुरिया, कुल लागत 30 लाख
  •  शमशान घाट विकास कार्य खजुरिया, कुल लागत 13 लाख
  •  शमशान घाट विकास कार्य नया तालाब, कुल लागत 17 लाख
  •  हनुमान जी चारागाह विकास कार्य कार्य 23.9 लाख

मामले में जब ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी (Village Development Officer) और तकनीकी सहायक अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कुछ कार्यो में काम पूरा हुए बिना भुगतान उठाने की बात स्वीकारी वही शीघ्र काम पुरे करवाने की बात करते हुए कैमेरे पर बोलने से मना कर दिया. इधर दोवड़ा पंचायत समिति (Dovda Panchayat Samiti) के विकास अधिकारी को जब पूरे मामले से अवगत कराया गया तो उन्होंने जांच कमेटी गठित कर विकास कार्यो की जांच करवाने की बात कही.

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बहराल डूंगरपुर (Dungarpur) जिले में मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार का यह पहला मामला नहीं है.  इससे पहले भी धनगांव, अंबाडा ओर माड़ा ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार के मामले उजागर हुए.  वही भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बाद जिला प्रशासन ने जांच के लिए कमेटियां (Committees for Investigation) बनाई.  लेकिन ये जांच आज तक पूरी नहीं हुई है.  वही अब रघुनाथपूरा पंचायत में भ्रष्टाचार का खेल हुआ है और दोवडा विकास अधिकारी ने मामले में जांच करवाते हुए नियमानुसार कार्रवाई की बात कही है.  लेकिन अब देखना होगा की रघुनाथपुरा ग्राम पंचायत (Raghunathpura Gram Panchayat) की जांच में भी प्रशासन लीपापोती करता है या दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करता है. 

Report- AKHILESH SHARMA 

 

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