Shimla Weather News: शिमला में तेज बारिश से आई और लैंडस्लाइड के कारण भारी नुकसान हुआ है. स्थानीय लोगों ने बताया कि हमारी जो बिल्डिंग है वो अनसेफ हो गई है, मतलब नीचे से बिल्कुल स्लाइड चला गया है. एक हफ्ते से हमारा सामान बाहर था. दरअसल पहाड़ की ढलाव पर बसे समरहिल और कृष्णानगर के कई घर खत्म होने के कगार पर हैं.
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Rain In Himachal Pradesh: शिमला में तेज बारिश से आई और लैंडस्लाइड के कारण भारी नुकसान हुआ है. लैंडस्लाइड के कारण कई घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गईं तो कुछ घरों के नीचे की मिट्टी बह गई जिसके बाद लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है क्योंकि इनके घर रहने लायक नहीं बचे. किसी भी वक्त घर गिरने के खतरे से लोग इतना सहम गए कि अपना आशियाना छोड़ने का मुश्किल फैसला लेना पड़ा.
स्थानीय लोगों ने बताया कि हमारी जो बिल्डिंग है वो अनसेफ हो गई है, मतलब नीचे से बिल्कुल स्लाइड चला गया है. एक हफ्ते से हमारा सामान बाहर था. दरअसल पहाड़ की ढलाव पर बसे समरहिल और कृष्णानगर के कई घर खत्म होने के कगार पर हैं. अपना सामान समेटकर पलायन को मजबूर हुए लोगों ने बताया कि शिमला में ऐसे हालात कभी नहीं देखे गए. लैंडस्लाइड के बाद मकानों को तो नुकसान हुआ ही है, पहाड़ों पर खड़े लंबे-लंबे पेड़ों के गिरने का खतरा भी मंडराने लगा है.
जय प्रकाश नाम के स्थानीय ने बताया कि यहां डर लग रहा है. पेड़ भी यहां हिलने वाले हैं, कहीं गिर गए तो दिक्कत रहेगा. शिमला की एक दो जगह नहीं बल्कि कई जगहों पर अब जमीन और सड़कें धंस रही हैं और भवनों को खतरा पैदा हो गया है. आंकड़ों पर नजर डालें तो पूरे हिमाचल में तेज बारिश के कारण 10 हजार से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हुए. करीब 1900 घर जमींदोज हो गए है. 11 हजार लोग पलायन को मजबूर हुए. जबकि, 330 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है. कुदरत की इस मार से पूरे प्रदेश में 10 हजार करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान जताया जा रहा है.
आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी हिमाचल के हालात की समीक्षा की. पीएम मोदी ने अपने कैबिनेट के सहयोगियों के साथ बैठक की, जिसमें हिमाचल प्रदेश से ही आने वाले बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा भी मौजूद थे. बताया जा रहा है कि ये बैठक करीब एक घंटे चली बैठक में नड्डा के अलावा अमित शाह और राजनाथ सिंह भी मौजूद थे. बैठक में तय किया गया कि जे पी नड्डा कल हिमाचल जाएंगे और बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करेंगे. इस बीच हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केन्द्र सरकार से अंतरिम राहत की किस्त जल्द जारी करने की अपील की है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बताया कि केन्द्र सरकार ने टीम भेजी थी, उस टीम की रिपोर्ट सौंपी जा चुकी होगी, मुझे उम्मीद है कि जल्द ही अंतरिम राहत की पहली किस्त जारी हो जाएगी. उधर शिमला के समरहिल में स्थित शिव मंदिर में लैंडस्लाइड के बाद आई तबाही के छठवें दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. यहां मलबे से अब तक 15 शव बरामद किए जा चुके हैं जबकि छह लोगों के अभी भी दबे होने की आशंका है. वहीं लैंडस्लाइड के कारण पहाड़ों पर लंबे वक्त से लगे पेड़ों के आस-पास की जमीन भी दरक गई है. इस कारण पेड़ों के गिरने का खतरा मंडराने लगा है. इसीलिए यहां लगे पेड़ काटे जा रहे हैं. हिमाचल समेत देश के कई राज्यों के लोगों को फिलहाल बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है.
हिमाचल में 21 अगस्त से फिर बारिश शुरू होने की संभावना है. राज्य में 21 से 23 अगस्त तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. ये येलो अलर्ट राज्य के 10 जिलों के लिए जारी किया गया है. इस दौरान शिमला, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी समेत कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है. उत्तराखंड के कई जिलों में कल भी बारिश के आसार हैं. सोमवार से अगले दो-तीन दिनों तक भी राज्य के लगभग हर जिले में भारी बारिश हो सकती है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अगले दो दिनों तक बारिश का अलर्ट है. पूर्वी यूपी के कई जिलों में सोमवार को बारिश की संभावना है.