सेल ने वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में 550 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ किया हासिल
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सेल ने वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में 550 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ किया हासिल

वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही के मुक़ाबले दूसरी तिमाही में कंपनी के लाभ में 2.5% की बढ़ोत्तरी हुई है.

सेल ने वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में 550 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ किया हासिल

नई दिल्ली: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में 553.69 करोड़ रुपए का कर-पश्चात लाभ (Profit After Tax) दर्ज किया है. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी को 539.06 करोड़ रुपये का कर-पश्चात घाटा हुआ था. 

वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही के मुक़ाबले दूसरी तिमाही में कंपनी के लाभ में 2.5% की बढ़ोत्तरी हुई है. वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में में कंपनी का कुल कारोबार पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुक़ाबले 23% और मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के मुक़ाबले 5% बढ़कर 16,541 करोड़ रुपये हो गया. 

वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में कंपनी का EBITDA पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 966.56 करोड़ रुपये के मुक़ाबले 156% बढ़कर 2473.54 करोड़ रुपये हो गया. ये नतीजे कंपनी की लाभप्रदता और प्रचालन निष्पादन में तेजी से आ रहे सुधार को इंगित कर रहे हैं और आधुनिककरण और विस्तारीकरण के पूर्ण लाभ को हासिल करने की दिशा में किए जा रहे प्रयास को दर्शाते हैं.

सेल प्रचालन में विश्वसनीयता और स्थिरता लाने पर ज़ोर देने तथा उत्पादन बढ़ाने के जरिए अपनी सभी प्रक्रियाओं में गुणात्मक सुधार ला रहा है. जब कंपनी अपनी नई इकाइयों से उत्पादन शुरू कर रही है तो ऐसे समय में उत्पादन और तकनीकी-आर्थिक मानक के निर्धारित लक्ष्य कंपनी की प्राथमिकताओं में शामिल हैं. वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने 35.37 लाख टन विक्रेय इस्पात उत्पादन किया. 

वित्त वर्ष 2018-19 की पहली छमाही में विक्रेय इस्पात उत्पादन पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुक़ाबले 4.2% की वृद्धि के साथ 71.51 लाख टन रहा. तकनीकी-आर्थिक आयामों में कंपनी ने वित्त वर्ष 2018-19 की पहली छमाही में पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुक़ाबले कोक रेट में 1% सुधार दर्ज किया. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुक़ाबले कंपनी ने वित्त वर्ष 2018-19 की पहली छमाही में 7% वृद्धि दर्ज करते हुए कांटिन्यूअस कॉस्टिंग रूट से अब तक का सर्वाधिक 65.75 लाख टन उत्पादन दर्ज किया है.

इस अवसर पर सेल अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने कहा कि सुरक्षा को आधारभूत गतिविधि के रूप में कायम रखते हुए उत्पादन बढ़ाने, निर्धारित क्षमता को उत्पादन में बदलने और रेलवे की रेल, व्हील एवं एक्सेल की ज़रूरत को पूरा करने पर ध्यान केन्द्रित करना हमारी सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में शामिल हैं. 

मौजूदा समय में घरेलू इस्पात बाज़ार अनुकूल है, लगे हाथ ही उत्पादन और गुणवत्ता बढ़ाने के साथ गुणवत्तापूर्ण उत्पाद के जरिये हमें कंपनी को बाह्य तत्वों के प्रभाव से भी निरापद बनाना है. उन्होंने आगे कहा कि सेल नए उत्पादों और विक्रय बल के साथ बाज़ार और ग्राहकों के साथ जिस तरह तालमेल बैठा रहा है, वह निश्चित रूप से बाज़ार की ज़रूरतों को और अधिक पूरा करने में सहायक होगा.

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