Shivaji statue collapse in Maharashtra: महाराष्ट राजकोट किले में गिरी शिवाजी की प्रतिमा के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने मूर्तिकार जयदीप आप्टे को ठाणे से गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि मूर्तिकार जयदीप आप्टे को उनकी पत्नी ने ही पुलिस को सूचना देकर पकड़वाया है. जानें पूरा मामला.
Trending Photos
Sculptor Jaydeep Apte Arrested: महाराष्ट राजकोट किले में गिरी शिवाजी की प्रतिमा के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने मूर्तिकार और ठेकेदार जयदीप आप्टे को ठाणे से गिरफ्तार कर लिया है. महाराष्ट्र पुलिस ने कुल सात से ज्यादा टीमें ठेकेदार जयदीप आप्टे की तलाश में लगाई थी. ये टीमें लगातार उसकी तलाश कर रही थी. फिलहाल आप्टे को पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) के ऑफिस में रखा गया है.
पत्नी और परिवार ने कराया गिरफ्तार
ठेकेदार जयदीप आप्टे को शिवाजी की 35 फुट ऊंची प्रतिमा बनाने के लिए बनाने के लिए ठेका दिया गया था. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक मूर्तिकार जयदीप आप्टे को गिरफ्तार कराने में उनकी पत्नी का योगदान रहा. पुलिस को उन्होंने ही सूचना दी थी. परिवार और दोस्तों ने उसे अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए मनाने की कोशिश की.
घर से किया गया गिरफ्तार
आप्टे को बुधवार को उनके घर के बाहर से गिरफ्तार किया गया। वह अपने परिवार से मिलने वापस आ रहे थे. पुलिस के अनुसार आप्टे ने अपनी पत्नी से संपर्क किया था और उन्हें बताया था कि वह घर लौट रहे हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार वे चिंतित थे और चाहते थे कि वे घर लौटकर जांच में सहयोग करें. पुलिस अब जांच को आगे बढ़ाने के लिए मूर्तिकार के साथ मालवन के लिए रवाना हो गई है.
अगस्त में गिरी शिवाजी की मूर्ति
26 अगस्त को मूर्ति गिरने के बाद मालवान पुलिस ने आप्टे के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज किया था. वह 10 दिन से फरार था. तलाश के लिए पुलिस की 7 टीमें बनाई गईं. उसकी तलाश मुंबई, सिंधुदुर्ग, ठाणे, कोल्हापुर में की गई, लेकिन वह कल्याण में छिपा हुआ था. 1 दिन पहले आप्टे के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया गया था. 34 साल के जयदीप आप्टे ने शिवाजी महाराज की 35 फीट की प्रतिमा के पहले इतनी बड़ी मूर्ति कभी नहीं बनाई थी. वह 2 फीट ऊंची प्रतिमाएं ही बनाता था. प्रतिमा के निर्माण के बाद पीएम मोदी ने पिछले साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस के मौके पर मालवन तहसील के किले में शिवाजी की इस मूर्ति का अनावरण किया था. लेकिन यह मूर्ति पिछले माह गिर गई थी.
जानें जयदीप आपटे के परिवार और जीवन के बारे में
मालवन में शिवाजी की जिस प्रतिमा के लिए उन्होंने अनुबंध जीता था, उन्हें 35 फीट की बड़ी मूर्ति बनानी थी. एक पारिवारिक मित्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, "जयदीप एक अच्छे मूर्तिकार हैं, लेकिन यह सच है कि उन्हें बड़ी मूर्ति बनाने का अनुभव नहीं था. हालांकि, मुझे यकीन है कि वे भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं होंगे. यह एक गलती थी. " एसोसिएट्स ने आप्टे परिवार को एक शिक्षित, मध्यम वर्गीय परिवार बताया, जिस पर किसी विवाद का साया तक नहीं रहा. एक पारिवारिक मित्र ने बताया, "उनके पिता, जिनका कुछ साल पहले निधन हो गया था, एक बड़ी कंपनी में काम करते थे, जबकि उनकी एक बहन है, जो शादी के बाद विदेश में बस गई है."
2019 में आए चर्चा में
एक उभरते हुए मूर्तिकार आप्टे ने पहली बार 2019 में सुर्खियाँ बटोरीं जब उन्हें यूके स्थित सिख सोल्जर ऑर्गनाइजेशन द्वारा ब्रिटिश सेना में दो विश्व युद्धों में लड़ने वालों के सम्मान में एक सिख सैनिक की कांस्य प्रतिमा बनाने का काम सौंपा गया था. इसका अनावरण वेस्ट यॉर्कशायर में किया गया था. उन्होंने गुजरात में दांडी स्मारक के लिए महात्मा गांधी के बेटे मणिलाल की एक प्रतिमा भी बनाई थी.
मामले हो चुकी है एक और गिरफ्तारी
मूर्ति गिरने के बाद मालवन पुलिस ने स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल और मूर्तिकार जयदीप आप्टे के खिलाफ केस दर्ज किया था. हालांकि इस मामले में पाटिल को पहले ही अरेस्ट कर लिया गया था. इस घटने के बाद से विपक्षी नेता लगातार भाजपा पर हमलावर रहें. इसके साथ ही वो इस बात पर भी संदेह जता रहे थे कि अनुभव की कमी के बावजूद आप्टे को इतना महत्वपूर्ण टेंडर कैसे मिल सकता है. आप्टे केवल 24 साल के युवा हैं. उसे इतनी बड़ी मूर्तियां बनाने का कोई अनुभव नहीं था, इसके बाद भी उन्हें यह काम सौंपा गया, इस पर लगातार सवाल उठाया जा रहा है.
आमने-सामने भाजपा और कांग्रेस
इस घटना के आरोपियों की गिरफतारी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता प्रवीण दारकर ने कहा, ‘जो लोग हमारी सरकार की आलोचना कर रहे थे उन्हें अब अपना मुंह बंद कर लेना चाहिए. ये सच है कि पुलिस ने जयदीप आप्टे को गिरफ्तार करने में थोड़ा समय लिया. हम गिरफ्तारी का श्रेय नहीं ले रहे हैं लेकिन पुलिस ने अपना काम किया है.’
वहीं उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) नेता सुषमा अंधारे ने कहा, ‘राज्य सरकार को आप्टे की गिरफ्तारी का श्रेय लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह सरकार का कर्तव्य है। वह कोई अंडरवर्ल्ड डॉन नहीं था. उसे पहले ही गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए था.’
तमाम खबरों पर नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Hindi News Today और पाएं Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी. देश-दुनिया की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और रहें अपडेटेड!