ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक मूर्ति गोल चक्कर से सेक्टर 71 की तरफ जा रहे ऑटो में सवार एक व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि जिस ऑटो में वह सवार था, उसमें विकास दुबे था.
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नोएडा: कानपुर एनकाउंटर के बाद फरार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में देखे जाने की बात कही जा रही है. ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक मूर्ति गोल चक्कर से सेक्टर 71 की तरफ जा रहे ऑटो में सवार एक व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि जिस ऑटो में वह सवार था, उसमें विकास दुबे था. इसके बाद पुलिस अलर्ट हुई है एवं सूचना देने वाले व्यक्ति से पूछताछ कर रही है. हालांकि विकास को लेकर कोई जानकारी पुलिस के पास नही है. जिस व्यक्ति ने दावा किया है वह मूल रूप से हरदोई का रहने वाला है एवं यहां गढ़ी चौखंडी में रहता है. पुलिस ने सूचना मिलने के बाद कॉम्बिंग बढ़ा दी है.
इससे पहले विकास दुबे को फरीदाबाद के एक होटल में देखा गया था. उसके बाद विकास दुबे के मुख्य साथी सहित दो अन्य आरोपियों को फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने दबोचा. 7 जुलाई को क्राइम ब्रांच, फरीदाबाद को गुप्त सूचना मिली थी कि विकास दुबे के कुछ सहयोगी हथियार सहित शहर में न्यू इंदिरा नगर कांप्लेक्स, हरि नगर नहर पार एरिया में छुपे हुए है. ये गुप्त सूचना पुलिस के आला अधिकारियों को दी गई.
पुलिस की दबिश
डीसीपी क्राइम मकसूद अहमद की देखरेख में एसीपी क्राइम अनिल यादव ने क्राइम ब्रांच 48, क्राइम ब्रांच ऊंचा गांव और क्राइम ब्रांच बीपीटीपी की तीन टीमों के साथ सूचना के आधार पर नहर पार एरिया में रेड की. रेड के दौरान एक घर में छुपे हुए बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की लेकिन क्राइम ब्रांच की टीम की घेराबंदी और सतर्कता के चलते आरोपियों को मौके पर ही धर दबोचा गया. जिनकी पहचान कार्तिकेय उर्फ प्रभात, अंकुर और श्रवण के तौर पर हुई.
डीसीपी क्राइम मकसूद अहमद ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस टीम पर फायरिंग करने व अवैध हथियार रखने सहित आईपीसी की संबंधित धाराओं के अंतर्गत थाना खेड़ी पुल में मुकदमा दर्ज किया गया. प्रभात को आरोपी अंकुर और उसके पिता श्रवण ने अपने घर में पनाह दी थी.
पूछताछ पर बदमाश प्रभात ने बताया कि उसने और विकास दुबे ने, विकास की भाभी की मौसी शांति मिश्रा के घर नहर पार, हरि नगर इंदिरा कांप्लेक्स में पनाह ली थी. विकास दुबे पुलिस पार्टी के आने से कुछ घंटे पहले फरार हो गया था.
प्रभात ने पूछताछ पर बताया कि वह विकास दुबे के साथ बिखरू गांव में हुए हत्याकांड में पुलिस पार्टी पर फायर करने में शामिल था. प्रभात उर्फ कार्तिकेय ने बताया कि विकास दुबे और वह पुलिस पार्टी पर हमला करके घायल पुलिस वालों की दो पिस्टल और जिंदा राउंड गोलियां छीनकर मौके से फरार हो गए थे.
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फरार होने के बाद 2 दिन तक दोस्त के घर यूपी के शिवली में रहे थे. प्रभात ने बताया कि पुलिस पार्टी पर हमला करने वाला अन्य मुख्य आरोपी अमर दुबे भी था. अमर दुबे बीती रात हमीरपुर में एनकाउंटर में मार गिराया गया.
अंकुर और श्रवण को बदमाशों को आश्रय देने के आरोप में जेल भेज दिया गया है. वहीं विकास दुबे के मुख्य सहयोगी कार्तिकेय को अदालत द्वारा यूपी पुलिस की मांग पर ट्रांजिट रिमांड पर यूपी एसटीएफ के हवाले कर दिया गया.
(इनपुट: प्रमोद शर्मा के साथ)