विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना इस्लामिक देशों के सामने उसपर साधा निशाना. अबू धाबी में आईओसी की बैठक में हिस्सा ले रही हैं सुषमा.
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अबु धाबी : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अबू धाबी में हो रही ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (ओआईसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा ले रही हैं. इस दौरान सुषमा स्वराज ने अपने संबोधन मेें पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर हम मानवता को बचाना चाहते हैं तो आतंकवाद को पनाह और फंडिंग देने वाले देशों से कहना होगा कि वे अपने यहां आतंकी कैंपों की बुनियाद को नष्ट करें. साथ ही अपने यहां पनपने वाले आतंकी संगठनों को फंडिंग मुहैया कराना बंद करें.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ नहीं है. जैसे कि इस्लाम का मतलब शांति है. अल्लाह के 99 नामों में से किसी का भी मतलब हिंसा नहीं है. ऐसे में सभी धर्म शांति के लिए खड़े हैं. बता दें कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इस बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं.
उन्होंने कहा कि विश्व में, खासकर दक्षिण एशियाई क्षेत्र में आतंकवाद फैल रहा है, इससे लोगों की जान जा रही है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद इस समय दुनिया के लिए खतरा बन रहा है. सुषमा स्वराज ने इस दौरान कहा, 'मैं यहां अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 1.3 अरब भारतीयों, जिनमें 18.5 करोड़ मुस्लिम भाई-बहन शामिल हैं, की शुभकामनाएं लेकर यहां आई हूं. हमारे मुस्लिम भाई-बहन भारत की विविधता हैं.
सुषमा स्वराज ने कहा कि मैं महात्मा गांधी की धरती से हूं, जहां हर प्रार्थना 'शांति' पर खत्म होती है. इसका मतलब है सभी के लिए शांति. मैं आपके नागरिकों और विश्व के लोगों के लिए शांति, स्थायित्व, आर्थिक विकास, एकता और खुशहाली के लिए हमारी शुभकामनाएं, सहायता और समन्वय देना चाहती हूं. भारत की अर्थव्यवस्था इस समय वैश्विक अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन रही है.
स्वराज दो दिवसीय ओआईसी की बैठक के उद्घाटन समारोह में शुक्रवार को हिस्सा ले रही हैं. भारत को 57 इस्लामिक देशों के समूह ने पहली बार अपनी बैठक में आमंत्रित किया है. उन्हें विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. स्वराज जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच उत्पन्न तनाव की पृष्ठभूमि में इस बैठक में हिस्सा ले रही हैं.
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में भारत और ओआईसी के बीच यह नया संबंध स्थापित हो रहा है. मंगलवार को बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर पर भारत के हवाई हमले के बाद दोनों देशों के बीच संबंध और तनावपूर्ण हुए हैं. वहीं पाकिस्तान ने बुधवार को जवाबी कार्रवाई की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया है, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ओआईसी के मंत्री स्तरीय बैठक के लिए अबु धाबी पहुंचीं. भारत को संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री एचएच शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाह्यान ने विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है. पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर हमले के बाद इस्लामाबाद ने प्रयास किया था कि ओआईसी के लिए स्वराज का आमंत्रण रद्द हो जाए.
गौरतलब है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. हालांकि उन्होंने पहले कहा था कि स्वराज के ओआईसी में हिस्सा लेने पर वह बैठक का बहिष्कार करेंगे. कुरैशी ने गुरुवार को कहा कि ओआईसी हमार घर है इसलिए वह वहां जाएंगे, लेकिन स्वराज के साथ कोई बातचीत नहीं होगी.