पुणे के उद्यान में गैरकानूनी तरीके से लगाई गई संभाजी की प्रतिमा, पुलिस ने बाद में हटाई
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पुणे के उद्यान में गैरकानूनी तरीके से लगाई गई संभाजी की प्रतिमा, पुलिस ने बाद में हटाई

यहां 3 जनवरी 2017 को मराठी नाटककार एवं हास्य कलाकार दिवंगत राम गणेश गडकरी की प्रतिमा को तोड़ उसे नदी में फेंक दिया गया था.

पुणे के उद्यान में गैरकानूनी तरीके से लगाई गई संभाजी की प्रतिमा, पुलिस ने बाद में हटाई

अरुण मेहेत्रे, पुणेः छत्रपति संभाजी महाराज की प्रतिमा को कुछ अज्ञात लोगों ने शहर के उस उद्यान में लगा दिया जहां करीब दो साल पहले प्रसिद्ध मराठी नाटककार राम गणेश गडकरी की प्रतिमा तोड़ दी गई थी. डेक्कन जिमखाना थाने के वरिष्ठ निरीक्षक भास्कर जाधव ने बताया कि घटना मंगलवार तड़के करीब तीन बजे हुई. उन्होंने बताया कि मौके से एक कागज बरामद हुआ जिस पर लिखा था कि यदि प्रतिमा हटाई गई तो इसके ‘‘गंभीर परिणाम’’ होंगे. उन्होंने बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंच फाइबर की प्रतिमा को हटा दिया. संभाजी महाराज मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे थे.

गौरतलब है कि मंगलवार को राज्यभर में छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाई जा रही है. जाधव ने कहा, ‘‘ हमने कानून एवं व्यवस्था संबंधी किसी प्रतिकूल घटना को टालने के लिए उद्यान से प्रतिमा हटा दी है. हम उद्यान में गैरकानूनी तरीके से घुसने वाले लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने पर भी विचार कर रहे हैं.’’ उद्यान की देखरेख पुणे नगर निगम करता है.

उन्होंने बताया कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है और उद्यान में तैनात सुरक्षाकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है. पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि कागज पर 'स्वाभिमान संगठन' लिखा था. गौरतलब है कि तीन जनवरी 2017 को मराठी नाटककार एवं हास्य कलाकार दिवंगत राम गणेश गडकरी की प्रतिमा को तोड़ उसे नदी में फेंक दिया गया था. मराठा समर्थक समूह ‘संभाजी ब्रिगेड’ ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए कहा था कि 20 वीं सदी के साहित्यकार द्वारा लिखे गए नाटक में संभाजी के "खराब चित्रण" के जवाब में यह कदम उठाया गया है.

(इनपुट भाषा से भी)

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