हमले वाले दिन श्रीनगर रवाना होने से पहले उनके पति जयमल सिंह का फोन आया था और उन्होंने कहा था कि वह शाम को पहुंच कर फोन करेंगे लेकिन फोन नहीं आया.
Trending Photos
पंजाब (नवदीप सिंह)। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बीते साल सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में कई वीर जवान शहीद हो गए. इस हमले ने सभी देशवासियों को झकझोर कर रख दिया था. इस हमले में मोगा निवासी जैमल सिंह जो कि CRPF की बस चला रहे थे, वो भी शहीद हो गए थे.
जयमल सिंह की पत्नी सुखजीत कौर ने बताती हैं कि हमले वाले दिन श्रीनगर रवाना होने से पहले उनके पति जयमल सिंह का फोन आया था और उन्होंने कहा था कि वह शाम को पहुंच कर फोन करेंगे लेकिन फोन नहीं आया. कुछ समय बाद टीवी पर आतंकी हमले की खबर देखी. जिससे वह बहुत घबरा गई थी. थोड़ी ही देर में उन्हें फोन पर पति की मौत की खबर मिली. उन्होंने बताया कि शहीद जैमल सिंह अपनी तरह बेटे गुरुप्रकाश को फौज भी भर्ती कराना चाहते थे.
जैमल सिंह के सात साल के बेटे गुरुप्रकाश ने बताया कि वह अपने पिता की तरह देश की सेवा करना चाहता है. वहीं शहीद की बहन ने भावुक होते हुए कहा कि उनके भाई के 1 साल बीत जाने के बाद भी आज तक उनकी एक-एक ताजा है.
शहीद जैमल सिंह की माता ने कहा मां से उसका बेटा छीनने का दुख तो सिर्फ एक मां ही जानती है लेकिन उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है. उन्होंने ये भी बताया कि कोई यादगार उनके बेटे के नाम पर नहीं बनाई गई िजसका उन्हें काफी दुख है.