उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन को लेकर मच रहे हाहाकार के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है बल्कि असल समस्या कालाबाजारी की है.
Trending Photos
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (UP) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने राज्य में मेडिकल ऑक्सीजन (Oxygen) की किसी कमी से इनकार किया है. उन्होंने शनिवार को दावा किया कि प्रदेश के किसी भी निजी या सरकारी कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है.
मुख्यमंत्री योगी शनिवार को विभिन्न अखबारों के संपादकों के साथ ऑनलाइन बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा, 'प्रदेश के किसी भी कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. समस्या कालाबाजारी और जमाखोरी की है, जिससे सख्ती से निपटा जाएगा.' उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न संस्थानों के साथ मिलकर इस जीवन रक्षक गैस के संबंध में ऑडिट करेगी. CM ने कहा कि प्रत्येक संक्रमित रोगी को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है, इस बारे में जागरूकता बढ़ाने में मीडिया सहयोग करे.
ये भी पढ़ें- Oxygen Man बना ये SHO, अब तक 150 लोगों की टूटती सांसों की डोर बचाई
सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने कहा, 'हम आईआईटी कानपुर, आईआईएम लखनऊ और आईआईटी बीएचयू के साथ मिलकर ऑक्सीजन का एक ऑडिट करने जा रहे हैं ताकि इसकी उचित निगरानी हो सके.' उन्होंने कहा कि हर संक्रमित मरीज को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं पड़ती, इस बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मीडिया से सहयोग की अपेक्षा है. उन्होंने स्वीकार किया कि राज्य में अस्पताल के बिस्तरों की संख्या बढ़ाने में कुछ प्रारंभिक समस्याएं थीं लेकिन उन्हें जल्दी से दूर कर लिया गया.
VIDEO-
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस (Coronavirus) को सामान्य वायरल बुखार की तरह लेना एक बड़ी भूल होगी. उन्होंने कहा, 'कोरोना को सामान्य वायरल बुखार के रूप में लेना एक बहुत बड़ी गलती होगी. मैं भी इसकी चपेट में हूं. मैं आइसोलेशन के दौरान 13 अप्रैल से सभी COVID प्रोटोकॉल का पालन कर रहा हूं.'
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की स्थिति की समीक्षा करते हुए इसकी बड़ी आबादी और जनसांख्यिकीय विविधता को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है. पिछली बार की तुलना में यूपी में कोरोना संक्रमण की लहर 30 गुना ज्यादा है. इसके बावजूद सरकार की तैयारी पहले से बेहतर है. सीएम ने कहा, 'हमने सरकारी संस्थानों में ऑक्सीजन संयंत्रों की व्यवस्था की है. निजी संस्थानों में इस प्रणाली की कमी थी. डीआरडीओ की नवीनतम तकनीक से प्रदेश में कुल 31 नए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने पर काम चल रहा है.
LIVE TV