बीजेपी की त्रिपुरा सरकार पर संकट के बादल, गठबंधन दल ने दी साथ छोड़ने की धमकी
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बीजेपी की त्रिपुरा सरकार पर संकट के बादल, गठबंधन दल ने दी साथ छोड़ने की धमकी

अगरतला में आयोजित एक प्रेस मीट के दौरान बिप्लब देब सरकार में साझीदार इंडिजेनस पीपुल फ्रंट ऑफ़ त्रिपुरा (आईपीएफटी) दल के प्रवक्ता मंगल देब बर्मा ने कहा की त्रिपुरा सरकार के साथ सबकुछ सही सही नहीं चल रहा है.

2018 में हुए चुनाव में गठबंधन ने 60 में से 44 सीटें जीती थीं. फाइल फोटो

अगरतला: त्रिपुरा में सत्तारूढ़ बीजेपी और क्षेत्रीय आईपीएफटी गठबंधन की सरकार में दरार पड़ने की खबर है. दोनों दलों के बीच तनातनी देखी जा रही है. एक दूसरे पर छींटाकशी भी हो रही है. त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में आयोजित एक प्रेस मीट के दौरान बिप्लब देब सरकार में साझीदार इंडिजेनस पीपुल फ्रंट ऑफ़ त्रिपुरा (आईपीएफटी) दल के प्रवक्ता मंगल देब बर्मा ने कहा की त्रिपुरा सरकार के साथ सबकुछ सही सही नहीं चल रहा है.

आईपीएफटी पार्टी अपने नीतियों से समझौता नहीं कर सकती है और  न ही सरकार की नीतियों पर सहमती रखती है. आईपीएफटी दल के नेता मंगल देब बर्मा ने अगरतला में मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा- 'बीजेपी के साथ गठजोड़ कर त्रिपुरा में सरकार बनाने की कवायद इसलिए की थी क्योंकि ये समय और त्रिपुरी लोगों की मांग थी. पर अब हमारी पार्टी विकल्प की तलाश में है.'  

बता दें की इंडिजेनस पीपल फ्रंट ऑफ़ त्रिपुरा के नेता मंगल देब बर्मा ने मीडिया में त्रिपुरा की बिप्लब देब नेतृत्व बीजेपी पार्टी पर आरोप लगाया कि 14 जून को त्रिपुरा में आईपीएफटी कार्यकर्ताओं पर बीजेपी के गुंडों ने हमला किया. उनके घर पर भी हमला किया. इस दौरान आईपीएफटी कार्यकर्ताओं के सम्पतियों को भी नुकसान पहुंचाया गया.  अगरतला में आयोजित मीडिया को सम्बोधित करते हुए इंडिजिनियस पीपुल फ्रंट ऑफ़ त्रिपुरा के प्रवक्ता मंगल देबबर्मा ने कहा कि 23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही त्रिपुरा में एपीएफटी के 30 मंडलों में कार्य कर रहे 100 से अधिक  कार्यकर्ताओं पर आक्रमण कर घायल किया गया. इनके खिलाफ झूठे मामले पुलिस थाने पर दर्ज करवाए गए.

आईपीएफटी प्रवक्ता ने कहा कि 2018 के राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन ने 60 विधानसभा सीटों में से 44 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. बीजेपी सरकार को चेताते हुए एपीएफटी प्रवक्ता मंगल देबबर्मा ने कहा की- अगर ऐसे ही आईपीएफटी के कार्यकर्ताओं पर बीजेपी के गुंडों का हमला जारी रहेगा तो हमारी पार्टी त्रिपुरा में विकल्प के बारे में सोचेगी.

दूसरी ओर बीजेपी के प्रवक्ता अशोक सिन्हा ने आईपीएफटी पार्टी पर आरोप लगते हुए कहा की पूर्वी त्रिपुरा जनजाति आरक्षित सीट से निर्वाचित बीजेपी सांसद रेबती त्रिपुरा के घर पर धलाई जिले के गांधीछेड़ा में एपीएफटी के गुंडों ने आक्रमण किया था. आईपीएफटी पार्टी ने जवाब देते हुए कहा कि उसी क्षेत्र के आईपीएफटी प्रखंड नेता प्रेमसदन त्रिपुरा पर बीजेपी के समर्थकों ने हमला किया था.

त्रिपुरा बीजेपी के प्रवक्ता अशोक सिन्हा ने बताया, बीजेपी हिंसा की राजनीती में विश्वास नहीं करती. सभी को पता है कि बीजेपी की पूर्वी त्रिपुरा से जीते सांसद रेबती त्रिपुरा के घर पर किन लोगों ने हमला किया था. सच्चाई तो यह है कि राज्य में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को डराया और धमकाया जा रहा है. बता दें कि पुलिस ने पूर्वी त्रिपुरा जनजाति सीट से निर्वाचित सांसद रेबती त्रिपुरा के घर पर आक्रमण करने की घटना को गांधीछेड़ा पुलिस चौकी पर दर्ज कर लिया है.

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