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नई दिल्ली: ट्विटर (Twitter) ने शनिवार को भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक बैज (Blue Tick Badge) हटाने के बाद उसे रिस्टोर कर दिया है. ट्विटर ने ब्लू टिक हटाने के पीछे अकाउंट के इनएक्टिव होने की दलील दी है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के अनुसार, उपराष्ट्रपति (Vice President) वेंकैया नायडू के पर्सनल ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक बैज अकाउंट के इनएक्टिव होने की वजह से हटाया गया था. उनका अकाउंट जुलाई, 2020 से इनएक्टिव था. हालांकि कुछ ट्विटर यूजर्स ने ऐसे स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं, जिन अकाउंट से ब्लू टिक बैज 1 साल से ज्यादा समय से इनएक्टिव होने के बावजूद नहीं हटाया गया है.
ट्विटर की पॉलिसी के मुताबिक, ट्विटर कभी भी किसी भी शख्स का ब्लू टिक बैज हटा सकता है. ट्विटर शख्स की पोजिशन के बारे में ध्यान नहीं देता है. ब्लू टिक बैज से पता चलता है कि अकाउंट वेरिफाइड है और समाज के लिए वह महत्वपूर्ण शख्स का अकाउंट है.
सूत्रों के मुताबिक, आज ट्विटर को आईटी मंत्रालय की तरफ से नोटिस भेजा जाएगा कि भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक को बिना सूचना दिए कैसे हटाया गया, ये भारत के संवैधानिक पद की अवमानना है.
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बता दें कि ट्विटर अकाउंट वेरिफाई करवाने के लिए अकाउंट एक्टिव, वास्तविक और समाज के लिए किसी महत्वपूर्ण शख्स का होना चाहिए. ट्विटर पर इस वक्त 6 प्रकार के अकाउंट मौजूद हैं. इनमें सरकारी कंपनियों, ब्रॉन्ड्स, एनजीओ, न्यूज चैनलों, पत्रकारों, मनोरंजन और खेल से जुड़े लोगों, एक्टिविस्ट, ऑर्गनाइजर्स और दूसरे महत्वपूर्ण लोगों के अकाउंट शामिल हैं.
ट्विटर के अनुसार, किसी अकाउंट से ब्लू टिक बैज बिना कोई नोटिस दिए किसी भी समय हटाया जा सकता है. अगर किसी अकाउंट का यूजरनेम बदला जाता है या अकाउंट इनएक्टिव हो जाता है या फिर कोई शख्स अपने पद पर नहीं रहता है, जिसके लिए उसका अकाउंट वेरीफाई किया गया था तो ब्लू टिक बैज हटाया जा सकता है.
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इसके अलावा ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक बैज तब भी हटाया जा सकता है जब कोई बार-बार ट्विटर के नियमों का उल्लंघन करता है. इसमें हिंसा लिए उकसाना, गाली देना, हिंसा को ग्लोरिफाई करना, फेक न्यूज फैलाना और संप्रभुता को नुकसान पहुंचाना आदि शामिल है.
(इनपुट- ANI)
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