ECI on Political Symbol: भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) में हो रहे हाई वोल्टेज पॉलिटिकल क्राइसिस के बीच अपना फैसला दे दिया है. कमीशन ने चुनाव चिन्ह (Shiv Sena lection Symbol) के उपयोग को लेकर ऐसा आदेश पारित कर दिया कि उसके बाद आदित्य ठाकरे और कई नेताओं ने शिंदे गुट पर निशाना साधा है.
Trending Photos
Thackrey vs Shinde: चुनाव आयोग ( election commission ) ने 8 अक्टूबर को महाराष्ट्र के पॉलिटिकल क्राइसिस (Maharashtra political Crisis) पर फैसला दे दिया है. आयोग ने दोनों गुट की टेंशन बड़ा दी है. कुछ ही दिनों में अंधेरी पूर्व विधानसभा में उपचुनाव (Andheri By-Election) होने वाले हैं. उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) और एकनाथ शिंदे (eknath shinde) दोनों गुट पार्टी के चुनाव चिन्ह पर अपना हक जता रहे हैं. इसके लिए दोनों गुट सुप्रीम कोर्ट भी जा चुके हैं. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि ये फैसला चुनाव आयोग लेगा. इसके बाद से ही ये मामला लंबित था. अब इलेक्शन कमीशन (election commission Decision on election symbol) ने अपना फैसला दे दिया है. इस फैसले के बाद दोनों गुट के नेताओं की तरफ से प्रतिक्रिया भी आ रही है.
अब होगा नया नाम और नया चुनाव चिन्ह?
निर्वाचन आयोग ने अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से फैसला सुना दिया है. अब शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे दोनों गुट पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह का उपयोग नहीं कर पाएंगे. आयोग ने इस पर पाबंदी लगा दी है. पार्टी के दोनों गुटों ने नाम और चुनाव चिन्ह पर अपना दावा ठोका था. ऐसे में आयोग ने एक अंतरिम आदेश जारी कर दोनों से कहा है कि वे 10 अक्टूबर तक अपनी-अपनी पार्टी के लिए तीन-तीन नए नाम और चुनाव चिन्ह सुझाएं.
आदित्य ठाकरे ने साधा निशाना
खोकेवाल्या गद्दारांनी आज शिवसेना नाव आणि चिन्ह गोठवण्याचा नीच आणि निर्लज्ज प्रकार केला आहे. महाराष्ट्राची जनता हे सहन करणार नाही.
लढणार आणि जिंकणारच!
आम्ही सत्याच्या बाजूने!
सत्यमेव जयते! pic.twitter.com/MSBoLR9UT5
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) October 8, 2022
शिवसेना के नेता व पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने निर्वाचन आयोग के फैसले के बाद शिंदे गुट पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट किया, खोखेवाले गद्दारों ने शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह फ्रीज कराने की शर्मनाक हरकत की है. उन्होंने कहा, हम लड़ेंगे और जीतेंगे, हम सच के साथ हैं, सत्यमेव जयते! आपको बता दें कि इसके अलावा आदित्य ठाकरे ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर हरिबंश राय बच्चन की प्रसिद्ध कविता ‘अग्निपथ’ भी पोस्ट की. वहीं, शिंदे गुट के नेता व सासंद प्रतापराव जाधव ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने सही फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करके शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की विचारधारा को त्याग दिया है.
शिवसैनिकों का झलका दर्द?
अब आयोग दोनों गुटों द्वारा सुझाए गए नामों और चुनाव चिन्हों में से किसी एक का उपयोग करने की अनुमति देगा. अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव नजदीक आने की स्थिति में ये फैसला लिया गया है. आपको बता दें कि शिंदे गुट ने कुछ दिनों पहले आयोग ने इस बात को लेकर अनुरोध किया था. उसके बाद कमीशन ने अंतरिम आदेश जारी कर दिया है. इस बीच, उद्धव ठाकरे धड़े के नेता अंबादास दानवे ने अयान जारी कर कहा है कि उपचुनाव के ठीक पहले चुनाव चिह्न पर रोक लगाना शिवसेना के साथ अन्याय है.
(इनपुट: भाषा)
ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर