'भयभीत राहुल' ने उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार से दूरी बनाई, प्रियंका ने संभाली कमान
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'भयभीत राहुल' ने उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार से दूरी बनाई, प्रियंका ने संभाली कमान

सूत्रों ने बताया कि पंजाब में चुनाव होने के बाद राहुल गांधी के उत्तर प्रदेश चुनाव अभियान में हिस्सा लेने की उम्मीद है. पार्टी को पंजाब में अधिक सीटें मिलने के आसार हैं.

'भयभीत राहुल' ने उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार से दूरी बनाई, प्रियंका ने संभाली कमान

नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश में अब तक हुए दो चरणों के महत्वपूर्ण चुनावों में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली है और सारी लड़ाई का जिम्मा राज्य की प्रभारी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने लिया है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि हालांकि राज्य में स्टार प्रचारकों की सूची में राहुल गांधी का नाम शामिल था लेकिन उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की संभावनाओं के कम आसार नजर आने की वजह से वह चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं.

प्रियंका गांधी कांग्रेस की स्टार प्रचारक

पार्टी जितनी सीटों की उम्मीदें कर रही थी उसे उतनी सीटें नहीं मिलेंगी. राज्य में पार्टी पिछले दो दशकों में अपने दम पर सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है. उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में प्रियंका गांधी वाड्रा सबसे बड़ी स्टार प्रचारक बनी हुई हैं. वाराणसी में बुधवार को रविदास जयंती के मौके पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का शिरकत करने का कार्यक्रम है लेकिन अभी तक पार्टी की तरफ से कोई चुनाव प्रचार कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है.

कांग्रेस को पंजाब में अधिक सीटें मिलने के आसार

सूत्रों ने बताया कि पंजाब में चुनाव होने के बाद राहुल गांधी के उत्तर प्रदेश चुनाव अभियान में हिस्सा लेने की उम्मीद है. पार्टी को पंजाब में अधिक सीटें मिलने के आसार हैं. कांग्रेस ने वर्ष 2017 में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर उत्तर प्रदेश का चुनाव लड़ा था लेकिन बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था और मात्र सात सीटें ही मिली थी. इसके बाद वर्ष 2019 में कांग्रेस की हालत और खराब हुई थी और राहुल गांधी को अपने गढ़ अमेठी में हार का सामना करना पड़ा था.

2021 में राहुल गांधी ने किया था अमेठी का दौरा

राहुल गांधी ने अमेठी में दिसंबर 2021 में दौरा किया था और प्रियंका गांधी के साथ प्रतिज्ञा यात्रा में शिरकत करते हुए कहा था कि यह उनका घर है और कोई भी उन्हें यहां से जाने को मजबूर नहीं कर सकता है.

2019 में स्मृति ईरानी से हार गए थे राहुल

राहुल गांधी ने पहली बार अमेठी से 2004 में चुनाव लड़ा था और वह लगातार यहां से 2014 तक जीतते रहे थे लेकिन 2019 में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी से हार गए थे. हालांकि वह वायनाड़ से चुनाव जीत गए थे. राहुल गांधी ने कहा था 'अमेठी की सड़कें पहले जैसी हैं लेकिन यहां के लोगों में सरकार के खिलाफ गुस्सा है. हम अभी भी अन्याय के खिलाफ है.'

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