श्री राम जन्मभूमि रामलला के मुख्यपूजारी आचार्य सतेंद्र दास का कहना है कि धार्मिक आयोजन रामलला के जन्मोत्सव में भीड़ को रोकी नहीं जा सकती है.
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मनमीत गुप्ता/अयोध्या: देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस की वजह से अयोध्या में आयोजित होने वाले राम नवमी मेले को रद्द करने की सिफारिश हो रही है. सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह की इस मांग को लेकर संतों की प्रतक्रिया सामने आई है.
श्री राम जन्मभूमि रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास का कहना है कि धार्मिक आयोजन रामलला के जन्मोत्सव में भीड़ को रोकी नहीं जा सकती है. कई ऐसा स्थान है जहां आतंकी खतरा रहता है लेकिन लोग वहां भी जाते हैं. ऐसे में रामलला के जन्मोत्सव में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे.
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आचार्य सतेंद्र दास ने कहा कि सीएमओ ने एक जगह भीड़ को रोकने के लिए सिफारिश की है. लेकिन मेले के आयोजन को रोका नहीं जा सकता है. उन्होंने प्रशासन को नसीहत देते हुए कहा कि जिला प्रशासन और स्वस्थ विभाग को मेले में आने वाले श्रद्धाओं को मास्क लगाने के महत्त्व को समझाना चाहिए. यही नहीं उनको कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए मास्क भी उपलब्ध करवाए जाने चाहिए.
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आपको बता दें कि सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने जिलाधिकारी अनुज झा से वार्ता कर मेले के आयोजन को रोकने की सिफारिश की है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ घनयश्याम सिंह ने मौखिक अनुरोध करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भीड़ वाले आयोजनों को रोकने की सलाह दी है, ऐसे में अयोध्या के धार्मिक राम नवमी मेले को कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए.
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गौरतलब है कि 25 मार्च से चैत्र राम नवमी मेले का आयोजन शुरू हो रहा है. जो 2 अप्रैल तक चलेगा. 2 अप्रैल को भगवान राम का जन्मोत्सव है. इस जन्मोत्सव कार्यक्रम में देश के कोने कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते हैं. इस बार राम नवमी के दौरान ज्यादा भक्तों के अयोध्या पहुंचने की सम्भावना है.
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