Ayodhya Railway Station Name Change: राम मंदिर उद्घाटन से पहले अयोध्या में कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या जंक्शन का नाम बदलने की चर्चाएं तेज हो गई है.
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Ayodhya Railway Station New Name: यूपी में नाम बदलने का क्रम जारी है. इस बार अयोध्या जंक्शन का नाम अयोध्या धाम करने की चर्चाएं तेज हो गई हैं. चर्चा है कि अयोध्या जंक्शन का नाम बदलकर, नया नाम अयोध्या धाम किया जा सकता है. इस बात के संकेत सीएम योगी आदित्यनाथ के अयोध्या दौरे के दौरान मिले. सीएम योगी की मंशा रामनगरी की गरिमा के अनुरूप इस पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन के नाम में अयोध्या के बाद जंक्शन के स्थान पर धाम जोड़ा जाए.
सीएम योगी ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान यह बात कही. बता दें कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद यहां बड़ी मात्रा में भक्तों और पर्यटकों के आने की संभावना है. सीएम योगी की इच्छा है कि जैसे ही पर्यटक या भक्त स्टेशन पर जब उतरें तो उन्हें भक्ति का भाव महसूस हो. अयोध्या का रेलवे स्टेशन भी राममंदिर के तर्ज पर अद्भुत और औलौकिक है.
ग्रैंड इवेंट का ग्रैंड रिहर्सल
अयोध्या में अपने दिव्य, भव्य और नव्य मंदिर में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा अब से ठीक एक महीने की देरी पर है. ऐसे में प्रदेश की योगी सरकार आगामी 22 जनवरी 2024 को होने वाले ग्रैंड इवेंट का ग्रैंड रिहर्सल कराने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में आगामी 30 दिसंबर को अयोध्या में एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन के उद्घाटन के अवसर पर अयोध्या की साज-सजावट का इंतजाम ठीक वैसा ही होगा, जैसा आगामी 22 जनवरी के दौरान प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए किया जाएगा. इसलिए 30 दिसंबर की तैयारियों को 22 जनवरी 2024 के लिए ग्रैंड रिहर्सल के तौर पर माना जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी ने ग्रैंड रिहर्सल की तैयारियां करने का निर्देश दिया है. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी आगामी 30 दिसंबर को अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, भव्य रेलवे स्टेशन सहित हजारों करोड़ की योजनाओं की सौगात देंगे. इसे लेकर मुख्यमंत्री ने गुरुवार को ही अयोध्या का दौरा किया था.उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव को निर्देशित किया है कि 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों के दौरान अयोध्या को ठीक वैसे ही सजाया जाए, जैसे 22 जनवरी 2024 के लिए तैयारी है.
सुंदर फूलों से सड़कों को सजाया जाए
सीएम योगी के स्पष्ट निर्देश हैं कि अयोध्या में चार प्रमुख मार्ग (राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ व धर्म पथ) को आकर्षक ढंग से पुष्पों से सजाया जाए. इस दौरान फुटपाथ पर सुंदर फूलों वाले गमलों से साज सज्जा की जाए. इसके साथ ही राम पथ के फुटपाथ व मुख्य कैरेज वे के बीच में आकर्षक रेलिंग लगाई जाएं. चारों प्रमुख मार्गों पर लाइट एवं फसाड के कार्य एक हफ्ते में ही पूरे कर लिए जाएं. इसमें पीडब्लूडी, राजकीय निर्माण निगम, विकास प्राधिकरण और अयोध्या नगर निगम के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होना चाहिए. अयोध्या विश्व स्तरीय पर्यटन सिटी के रूप में नजर आनी चाहिए.
नहीं दिखे धूल तथा गन्दगी
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया है कि पीएम मोदी के आगामी अयोध्या दौरे को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के ग्रैंड रिहर्सल के रूप में आयोजित किया जाए. हाईवे से नयाघाट की तरफ आ रहे धर्म पथ की भी सजावट आकर्षक होनी चाहिए और एयरपोर्ट से नयाघाट के मार्ग को उसी प्रकार आकर्षक फूलों से सजाया जाए जिस प्रकार सुल्तानपुर रोड से एयरपोर्ट फोरलेन मार्ग को सजाया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग लखनऊ-गोरखपुर में अयोध्या बाईपास की रेलिंग को आकर्षक रंगों से पेंट किया जाए तथा उसकी मीडियन में आकर्षक फूल व गमले आदि रखे जाएं. एनएचआई बाईपास मार्ग के डिवाइडर पर जो सजावट की जा रही है उनमें बेहतर शाइनिंग दिखाई आनी चाहिए. अयोध्या में कही भी सड़कों पर धूल तथा गन्दगी नहीं दिखनी चाहिए. अयोध्या में प्रधानमंत्री का स्वागत पुष्पवर्षा करके किया जाए। अयोध्या एयरपोर्ट से लेकर शहर के अन्य विभिन्न स्थानों पर गेट बनाये जाएं तथा उन्हें बेहतर ढंग से सजाने की व्यवस्था की जाए.
अब तक का सबसे बड़ा इवेंट होगा रामोत्सव
बता दें कि रामोत्सव-2024 की तैयारी में जुटी योगी सरकार इस एक माह में ना सिर्फ अयोध्या को बल्कि पूरे प्रदेश को राममय बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है. अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के सुअवसर को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. भारत के इतिहास में अबतक के इस सबसे बड़े ग्रैंड इवेंट के लिए 100 करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर रही है. ऐसा माना जा रहा है कि 30 दिसंबर से अयोध्या में उत्सवों की शुरुआत हो जाएगी. यही नहीं प्रदेश के सभी जनपदों में विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे. भजन-कीर्तन, रामकथा, प्रवचन और रामलीलाओं के मंचन के साथ ही अन्य भक्तिमय सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी. इस एक माह में देश के प्रख्यात कथावाचक और सुप्रसिद्ध गायकों को अयोध्या में अपनी प्रस्तुति देने का अवसर भी मिलेगा.
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर गोमती नगर रेलवे स्टेशन
इससे पहले उत्तर प्रदेश के गोमती नगर रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव पास हो गया है. इसका नया नाम पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखने की सिफारिश की गई है. नगर आयुक्त लखनऊ इंद्रजीत सिंह ने बुधवार को बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी का प्रस्ताव मेयर ने प्रशासन के सामने रखा था कि गोमती नगर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखा जाना चाहिए. अब यह प्रस्ताव डीआरएम कार्यालय के माध्यम से भारतीय रेलवे को भेजा जाएगा. उनके स्तर पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
इन स्टेशनों के बदले गए नाम
अभी हाल ही में और भी कई रेलवे स्टेशनों के नाम बदले गए हैं. यूपी के फैजाबाद शहर का आधिकारिक तौर पर नाम बदलकर अयोध्या किया गया और इसी की तर्ज पर रेलवे स्टेशन का नाम भी अयोध्या कर दिया गया था.
इलाहाबाद हुआ प्रयागराज जंक्शन,मुगलसराय जंक्शन का नाम बदला
इसके अलावा इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने के साथ-साथ इसके केंद्रीय रेलवे स्टेशन के नाम में भी बदलाव किया गया था. जिसे बाद में इलाहाबाद से प्रयागराज जंक्शन कर दिया गया था. वहीं यूपी के प्रतापगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम भी मां भेला देवी धाम किया गया था. साथ ही मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर पं. दीन दयाल उपाध्याय रेल किया गया.