Chamoli: जोशीमठ में फिर चौड़ी होने लगीं दरारें, भूस्खलन के खतरे से पलायन करने लगे लोग
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Chamoli: जोशीमठ में फिर चौड़ी होने लगीं दरारें, भूस्खलन के खतरे से पलायन करने लगे लोग

Joshimath news: जोशीमठ के पंगनो गांव से लगभग 5 किलोमीटर ऊपर रेडोकुंडा जंगलों में 24 जुलाई को बदल फटने की घटना हुई थी. इससे गांव के ऊपर से लगातार भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है.

Joshimath Land Sinking Calamity

पुष्कर चौधरी/चमोली : जोशीमठ के पंगनो गांव में लगातार भूस्खलन का खतरा बढ़ता जा रहा है. क्षेत्रीय बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी गांव में निरीक्षण के लिए पहुंचे. उन्होंने शासन प्रशासन से गांव में उचित व्यवस्था करने की बात कही. पंगनो गांव से लगभग 5 किलोमीटर ऊपर रेडोकुंडा जंगलों में 24 जुलाई को बदल फटने की घटना हुई थी. इससे गांव के ऊपर से लगातार भूस्खलन हो रहा है. लैंडस्लाइट की वजह से मलवा और बरसात का पानी गांव की तरफ घुस रहा है. हालात ये हैं कि एक गौशाला, प्राइमरी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र, 7 मकान , दुकान खतरे की जद में हैं. गांव में पेयजल की समस्या के चलते 40 परिवार को पानी की समस्या बनी है.

बागेश्वर में बारिश के चलते एक मकान बुरी तरीके से खतरे की जद में आ गया. फिलहाल यहां रहने वाले परिवारों ने अपना घर छोड़ दिया है. इस मकान में दो परिवार रहते हैं और सभी खुले में रात बिताने को मजबूर हैं. ग्रामीणों के अनुसार खड़िया खदान का मलबा बारिश के कारण घर के अंदर घुस गया. फिलहाल प्रशासन आपदा की गाइड लाइन्स टटोलने में लग गया है. खनन की परमिशन देने वाला विभाग खनन संचालक से व्यवस्थायें दुरुस्त करने के निर्देश दे रहें हैं. फिलहाल लोग खुले में रहने को मजबूर हैं.

अभी ताजा हैं पिछले हादसे के जख्म

लोग इसलिए भी चिंतित हैं क्योंकि जोशीमठ में जनवरी में आई भू धँसावँ की आपदा के जख्म अभी भरे नहीं हैं.  इस बीच एक बार फिर से मानसून के दौरान क्षेत्र में भू धँसावँ देखने को मिल रहा है. यहां लोगों का कहना है कि दरार बढ़ती जा रही है. वहीं अब इन इलाकों में जगह-जगह भूस्खलन शुरू हो गया है. मानसून शुरू होने के बाद जोशीमठ के सिंहधार वार्ड, मनोहर बाग वार्ड, और गांधी नगर वार्ड के समीप अलग-अलग भूस्खलन की घटनाएं सामने आईं थी. अब जोशीमठ के रेड जोन एरिया में एक बार फिर से भूस्खलन शुरू हो गया है.

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बताया जा रहा है कि यहां मनोहर बाग वार्ड में ही जनवरी महीने में सबसे पहले दरार आई थी. इसके बाद यहां से शुरू हुई दरार सिंहधार वार्ड तक बढ़ गई थीं. नगर के भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्रों में नई दरारें फिर आने लगी हैं. यहां जोशीमठ-औली सड़क पर नई दरार आ गई है. यहां तक की मनोहर बाग वार्ड में पैदल रास्ता धंस गया है जिससे नगरवासी परेशान हैं. 

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