कौन हैं बीजेपी के पूर्व मंत्री मोती सिंह, जिन्होंने थाना-तहसील स्तर पर भ्रष्टाचार को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा
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कौन हैं बीजेपी के पूर्व मंत्री मोती सिंह, जिन्होंने थाना-तहसील स्तर पर भ्रष्टाचार को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा

BJP Leader Viral Video: उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी नेता ने अपनी ही सरकार में निचले स्तर पर चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आम कार्यकर्ताओं की पीड़ा को उभार कर रख दिया.

BJP Leader Moti Singh Viral Video

BJP Leader Viral Video: उत्तर प्रदेश सरकार में कद्दावर मंत्री रहे और पूर्व बीजेपी नेता मोती सिंह का वीडियो वायरल हो रहा है. मोती सिंह उत्तर प्रदेश में मौजूदा  समय के हालात पर बहुत नाराज दिख रहे हैं. दरअसल, बीजेपी की पट्टी विधानसभा में मतदाता सम्मान समारोह आयोजित किया गया था. इसमें मोती सिंह ने सरकार पर हावी नौकरशाही की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

पूर्व मंत्री मोती सिंह ने कहा कि उन्हें यह कहने में ये तनिक भी संकोच नहीं है कि उनके राजनीतिक जीवन के 42 सालों में तहसील और थाना स्तर पर ऐसा भ्रष्टाचार न कभी उन्होंने देखा और न ही वो इसकी कल्पना कर सकते हैं. 

मोती सिंह ने कहा,जिलों में बिजली थाने खुल गए हैं. एक बल्ब हमने घर में ज्यादा क्या जला लिया, तुरंत बिजली वाले पुलिस थाने पहुंच जा रहे हैं. लुटेरे की तरह लूट लेते हैं. 135 का मुकदमा लिखाने की धमकी दी जाती है. क्या हम अपराधी हैं, हम पर कार्रवाई कर देते हैं. हम कोई हाथरस के बाबा हैं, जो हम कह रहे हैं कि हमारे पैरों की धूल ले लो.

पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के सीनियर लीडर मोती सिंह ने अपनी पार्टी की सरकार में अफसरों की कार्यशैली पर जमकर आरोप लगाए. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. मोती सिंह ने बड़ी बात कहते हुए कहा, पुराने नेताओं का अभिनंदन सिर्फ जुबानी जमा खर्च से नहीं होने वाला, आपका अभिनंदन सिर्फ आपके माथे के चंदन की रक्षा के साथ ही संभव है. 

केसरिया कपड़े को अगर कंधे पर रखें तो आपका सम्मान हो, आपकी समाज,पार्टी नेता कद्र करें. हमारा काम हो या न हो, लेकिन आपका सम्मान बना रहना चाहिए. 

कौन हैं मोती सिंह
बीजेपी नेता राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह मशहूर नेता रहे हैं. वो प्रतापगढ़ जिले के पट्टी विधानसभा से लगातार चार बार चुनाव जीते. उनके चौथे विधानसभा चुनाव को लेकर हाईकोर्ट में जंग चली. राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ ​​मोती सिंह बनाम राम सिंह और अन्य के मामले में हाईकोर्ट का फैसला काफी चर्चित रहा था.  हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के फैसले के बाद सीट खाली हुई, लेकिन वो 2017 का विधानसभा चुनाव जीते. 2017 की यूपी सरकार में वो कैबिनेट मंत्री बने.

मोती सिंह ने 2003 में यूपी सरकार में कृषि मंत्री के तौर पर भी काम किया है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़े मोती सिंह उद्योगपति भी हैं. मंगरौरा ब्लॉक प्रमुख का चुनाव रिकॉर्ड वोटों से जीतने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. वो 1996 से 2007 तक विधायक रहे. फिर 2017 में जीते. पहला चुनाव 1989 में कांग्रेस के टिकट पर वो लड़े लेकिन हार गए. फिर 1996 में बीजेपी से जीते. 

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