उन्होंने कहा कि दिल्ली से लगे तीन जनपद गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और मेरठ कोरोना संक्रमण को लेकर सबसे महत्वपूर्ण हैं. शासन भी इन जिलों को लेकर अलर्ट मोड पर है. इन जिलों में कोरोना महामारी की विशेष निगरानी हो रही है.
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नोएडा: उत्तर प्रदेश के हेल्थ मिनिस्टर जय प्रताप सिंह ने बुधवार को गौतमबुद्ध नगर का दौरा किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वह दिल्ली से सटे जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण से जुड़ी परेशानियों और उनके निदान पर चल रहे काम की समीक्षा करने आए थे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब भी दिए. यूपी में कोरोना के कम्युनिटी स्प्रेड, लॉकडाउन और बॉर्डर सील करने के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ''प्रदेश में कहीं पर भी कम्युनिटी स्प्रेड नहीं है. कोरोना के हालात नियंत्रित हैं. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अन्य सभी विभागों के लोगों ने संयुक्त रूप से काम किया है. नोएडा-दिल्ली बॉर्डर को सील नहीं किया जाएगा ना ही प्रदेश में फिर से लॉकडाउन लगने वाला है.''
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''दिल्ली से सटे जिले कोरोना के लिहाज से महत्वपूर्ण''
उन्होंने कहा कि दिल्ली से लगे तीन जनपद गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और मेरठ कोरोना संक्रमण को लेकर सबसे महत्वपूर्ण हैं. शासन भी इन जिलों को लेकर अलर्ट मोड पर है. इन जिलों में कोरोना महामारी की विशेष निगरानी हो रही है. यहां बॉर्डर पर भी जांच चल रही है लेकिन उसमें पॉजिविटी रेट बहुत ज्यादा नहीं आ रहा है. लेकिन फिर भी दिल्ली से आने-जाने वालों को लेकर सर्तकता बरती जाएगी. जय प्रताप सिंह ने यूपी के लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि कोरोना से जंग के लिए प्रदेश में सारी व्यवस्था पूरी हैं।. यहां रिकवरी रेट 94 प्रतिशत और मृत्युदर 1.4 प्रतिशत है. मार्च से अभी तक 5.33 लाख केस आए हैं, जबकि प्रदेश की आबादी 24 करोड़ से भी ज्यादा है.
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''दिल्ली सरकार की गलत नीतियों से बढ़ा संक्रमण''
यूपी के हेल्थ मिनिस्टर ने दिल्ली में कोरोना की भयावह स्थिति को लेकर कहा, ''केजरीवाल सरकार की गलत नीतियों की वजह से राजधानी में कोरोना का संक्रमण बढ़ा है. वहां पर एंटीजन जांच अधिक की गई. आरटीपीसीआर जांच कम हुई. इसकी वजह से संक्रमण फैल गया और दिल्ली इस हालत में पहुंच गई.'' उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा काम हो रहा है. यूपी ने देश में सबसे ज्यादा कोरोना जांच किया है और सबसे अधिक लैब्स भी हमारे प्रदेश में ही हैं. फिर भी कुछ लोग गलत आरोप लगाते हैं और प्रदेश की व्यवस्थाओं पर अंगुली उठाते हुए दिल्ली से तुलना करते हैं. दिल्ली में प्रबंधन ही सही नहीं है.''
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''कोरोना वैक्सीनेशन के लिए यूपी पूरी तरह तैयार''
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टीकाकरण के लिए उत्तर प्रदेश पूरी तरह तैयार है. यहां पर सभी 75 जिलों में कोल्ड चेन स्थापित हैं. कुछ जिलों में नई मशीनें लगवायी जा रही हैं और 15 दिसंबर तक यह कार्य भी पूर्ण हो जाएगा. टीकाकरण के लिए सभी कर्मियों की ट्रेनिंग भी हो चुकी है. कोरोना वैक्सीन कब आएगी, इसका जवाब तो वैज्ञानिक ही देंगे. लेकिन पहले चरण में किसको मिलेगी, इसका फैसला केंद्र सरकार, प्रदेश की सरकारों से चर्चा के बाद ही करेगी. सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को यह वैक्सीन दी जाएगी. उसके बाद 45 से 60 आयु वर्ग के 74 प्रतिशत कोरोना मरीजों की मौत हुई है. ऐसे में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को पहले वैक्सीन दी जा सकती है, लेकिन इस पर अभी फैसला नहीं हुआ है.
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