कुमाऊं में आफत की बारिश, पिथौरागढ़ में रामगंगा पुल बहा, खतरा बढ़ा
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कुमाऊं में आफत की बारिश, पिथौरागढ़ में रामगंगा पुल बहा, खतरा बढ़ा

बागेश्वर जिले के कपकोट ब्लाक की सीमा से लगे तल्ला जोहार में बारिश ने सड़कों को मलबे से पाट दिया, जिससे लोग परेशान हो गए. 

रामगंगा पुल बहने से नदी का पानी रिहायशी इलाके में आ जाने का खतरा बढ़ता जा रहा है.

नई दिल्ली/पिथौरागढ़: कुमाऊं के पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले में भारी बारिश लगातार तबाही मचा रही है. पिथौरागढ़ में भी भारी बारिश से जन-जीवन पूरी तरीके से अस्त-व्यस्त हो गया है. आसमान से बरसने वाली इस आफत से जिले की नाचनी में राम गंगा नदी अपने पूरे उफान पर आ गई है. नदी के बढ़ते जलस्तर से रामगंगा पुल बह गया है. वहीं, नदी का पानी रिहायशी इलाके में आ जाने से यहां पर धीरे-धीरे खतरा बढ़ने लगा है. आफत की इस बारिश में एक जेसीबी मशीन और दो कारें भी बह गईं हैं. वहीं, बागेश्वर जिले के कपकोट ब्लाक की सीमा से लगे तल्ला जोहार में बारिश ने सड़कों को मलबे से पाट दिया. नाचनी के बजेला गांव के पास एक पैदल पुल बह गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 

मौसम विभाग ने जारी की थी चेतावनी
उत्तराखंड में मौसम विभाग की चेतावनी सही साबित होती दिखाई दे रही है. पिछले दो दिनों से जिले बागेश्वर में हो रही भारी बारिश से कई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं. कपकोट नगर पंचयात के वार्ड नंबर दो में कई घरों में पानी घुस गया और घर का रखा सामान पानी के तेज बहाव में बह गया. मौसम का ये बदलाव सोमवार देर रात से अचानक शुरू हुई भयानक बारिश के बाद शुरू हुआ. 

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तेज बहाव में गाड़ियां बहीं
जब कपकोट चकतरी को जाने वाले रास्ते में बारिश का मलबा आने से मकानों को खतरा हो गया और सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा. कई गाड़ियां पानी के तेज बहाव के चलते मलबे में ही दब गई और कुछ सरयू नदी में बह गई. प्रशासन ने जानकारी मिलते ही रेस्क्यू और पीड़ितों को राहत पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है. पूरे क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि उनका बहुत नुकसान हो गया है और ऐसे में सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए. प्रशासन का कहना है कि उनकी हालात पर पूरी नजर है.

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मानसरोवर में यात्री फंसे
वहीं, खराब मौसम के चलते मानसरोवर यात्रा के सातवें दल के सदस्य पिथौरागढ़ से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं. उन्हें गुंजी ले जाने वाला हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा है. हेलीकॉप्टर न पहुंचने से मानसरोवर की परिक्रमा पूरी कर देश लौटा तीसरा दल गुंजी में फंसा है. खराब मौसम से छोटा कैलास यात्री दल बूंदी में फंसा है. दल में कुल 12 लोग हैं. 

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