उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री बोले, अगर देवभूमि में रहना है तो वंदे मातरम गाना होगा
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उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री बोले, अगर देवभूमि में रहना है तो वंदे मातरम गाना होगा

उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता रह चुके धन सिंह रावत ने कहा है कि अगर आपको उत्तराखंड में रहना है तो वंदे मातरम कहना पड़ेगा. उत्तराखंड के रूड़की में गुरुवार को एक निजी कॉलेज में छात्रों को संबोधित करने के दौरान  उन्होंने यह बात कही. 

 उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत की फाइल फोटो.

देहरादून: उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता रह चुके धन सिंह रावत ने कहा है कि अगर आपको उत्तराखंड में रहना है तो वंदे मातरम कहना पड़ेगा. उत्तराखंड के रूड़की में गुरुवार को एक निजी कॉलेज में छात्रों को संबोधित करने के दौरान  उन्होंने यह बात कही. 

इसके साथ ही उन्होंने इसके लिए समय में निर्धारित किया कि किस समय में इसे गाया जाएगा. उनके मुताबिक राष्ट्रगान रोज सुबह 10 बजे और राष्ट्रगीत शाम को 4 बजे गाया जाए.   

हालांकि बाद में विवाद को बढ़ता देखकर उन्होंने एक टीवी चैनल से कहा, 'मीडिया ने मेरी बात का गलत मतलब निकाला, मीडिया मेरे पूरे भाषण को नहीं चला रही है. हम काफी लोगों से इस संबंध में सलाह ले रहे हैं. अगले सत्र से कॉलेज और स्कूल में वंदे मातरम गाना जरूरी करने जा रहे हैं. हर किसी को वंदे मातरम गाना चाहिए. हमारे राज्य में किसी ने वंदे मातरण का विरोध नहीं किया.' 

इसके साथ ही रावत ने छात्रों के लिए एकसमान यूनिफॉर्म लाने की वकालत की. उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश के स्नातक (ग्रेजुएट) और परास्नातक (पोस्ट ग्रेजुएट) छात्रों के लिए ड्रेस कोड लागू किया जाएगा.  

मेरठ नगर निगम की बैठक वंदे मातरम पर हंगामा

इसी तरह का मामला मेरठ में भी सामने आया था जब महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने कहा था कि वंदेमातरम नहीं बोलने वालों को हम किसी भी सूरत में नगर निगम बोर्ड की में नहीं बैठने देंगे. भाजपा से जुड़े महापौर ने राष्ट्रगीत के सम्मान के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ने का एलान कर दिया था.

क्या था मामला:

नगर निगम बोर्ड की बैठक में वंदेमातरम को लेकर ताजा विवाद की शुरुआत मंगलवार (28 मार्च) को हुई थी जब विपक्षी मुस्लिम पार्षद वंदेमातरम गायन के दौरान सदन से उठकर बाहर चले गये थे. 

इस विषय को लेकर विपक्षी पार्षदों के रुख को देखते हुए महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने बुधवार (29 मार्च) को वंदेमातरम का विरोध करने वाले पार्षदों की सदस्यता समाप्त करने और ऐसे सदस्यों को सदन में नहीं बैठने का प्रस्ताव रखा, जिसे भाजपा के सदस्यों ने पास कर दिया. 

सहन नहीं किया जाएगा वंदेमातरम का अपमान 

महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने 30 मार्च को भी दोहराया कहा कि वंदेमातरम का अपमान कतई सहन नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि नगर निगम बोर्ड बैठक में इस आशय का एक प्रस्ताव भी पास कर दिया गया है. ‘हम अपने निर्णय से पीछे नहीं हटें चाहे हमें जेल ही क्यों ना जाना पड़े.’

भाजपा महापौर ने सपा पार्षदों पर राष्ट्रगीत का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा को छोड़ शेष सभी दलों के पार्षद वंदेमातरम को लेकर गंभीर हैं. उन्होंने कहा कि वंदेमातरम नहीं बोलने वालों को हम किसी भी सूरत में नगर निगम बोर्ड की अगली बैठक में नहीं बैठने देंगे.

इलाहाबाद में वंदे मातरम पर हंगामा

इलाहाबाद नगर निगम की बैठक में भी वंदे मातरम के मुद्दे पर खूब हंगाम हुआ.  इलाहाबाद नगर निगम के भाजपा पार्षदों ने गुरुवार (6 अप्रैल) को एक नए नियम की मांग रखी. जिसके मुताबिक निगर निगम की कार्यवाही राष्ट्रगीत वंदे मातरम से शुरू हो और राष्ट्रगान जन-गण-गण के साथ खत्म हो. 

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